नई दिल्ली । दुनियाभर में शुगर लेवल कंट्रोल करने और वेट लॉस के लिए ओजेम्पिक (सेमाग्लूटाइड) ड्रग्स का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर किया जाता है। हालांकि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) की तरफ से इस दवा को लेकर एक अलर्ट जारी किया गया है। डब्ल्यूएचओ ने लोगों को नकली ओजेम्पिक दवाओं से बचने की सलाह दी है। डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट में कहा गया है कि डायबिटीज और वेट लॉस के लिए सेमाग्लूटाइड ड्रग वाली दवा इस्तेमाल की जाती हैं। हालांकि कई देशों में नकली सेमाग्लूटाइड्स की दवाएं मिली हैं, जिससे लोगों की सेहत के लिए खतरा बढ़ गया है। पिछले साल अक्टूबर में ब्राजील, यूनाइटेड किंगडम और आयरलैंड में नकली दवाएं मिली थीं। इसके बाद दिसंबर 2023 में यूएस में नकली दवाओं का पता चला था। डब्ल्यूएचओ ग्लोबल सर्विलांस एंड मॉनिटरिंग सिस्टम 2022 से सभी क्षेत्रों में नकली सेमाग्लूटाइड प्रोडक्ट्स की बढ़ती रिपोर्ट देख रहा है।
नकली दवा की रिपोर्टों की पुष्टि के बाद डब्ल्यूएचओ ने अलर्ट जारी किया है। डब्ल्यूएचओ ने हेल्थ प्रोफेशनल्स, अथॉरिटीज और लोगों को इन नकली दवाओं के बारे में सचेत रहने की सलाह दी है। डब्ल्यूएचओ इन दवाओं की बढ़ती मांग के साथ-साथ नकली दवाओं की रिपोर्ट भी देख रहा है। इन नकली दवाओं से लोगों के स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है। अगर इन दवाओं में जरूरी ड्रग्स नहीं है, तो ये दवाएं ब्लड शुगर को अनकंट्रोल कर सकती हैं। इससे शुगर के मरीजों को कॉम्प्लिकेशंस का सामना करना पड़ सकता है। इतना ही नहीं, वेट लॉस के लिए नकली दवाएं लेने से भी गंभीर खतरे पैदा हो सकते हैं। लोगों की इससे मौत भी हो सकती है।
वैश्विक स्वास्थ्य संस्था ने कहा है कि लोगों को नकली दवाओं और उनके खतरनाक असर से खुद को बचाने के लिए क्वालिफाइड डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही दवाएं खरीदनी चाहिए। दवा हमेशा सही मेडिकल स्टोर से खरीदनी चाहिए। सोशल मीडिया और ऑनलाइन दवाएं खरीदने से बचना चाहिए। लोगों को हमेशा दवा खरीदते समय उसकी पैकेजिंग और एक्सपायरी डेट की जांच करनी चाहिए। दवाओं का सेवन डॉक्टर द्वारा बताए गए तरीकों से करना चाहिए। अगर दवा नकली लगे, तो तुरंत डॉक्टर से मिलकर सलाह लें। बता दें कि डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए करोड़ों लोग हर दिन दवा खाते हैं। बेहतर लाइफस्टाइल और हेल्दी डाइट के साथ डायबिटीज की दवा बेहद असरदार साबित होती है। यही वजह है कि शुगर के मरीज नियमित दवा का उपयोग करते हैं।