नई दिल्ली। नीट-यूजी मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में अगली सुनवाई 8 जुलाई को होनी है। इससे पहले 6 जुलाई से काउंसलिंग होना है। इसी बीच बिहार में नीट पेपर लीक मामले को लेकर शिक्षा मंत्रालय ने बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा से विस्तृत रिपोर्ट मांग ली है। इस स्थिति में सूत्रों की मानें तो अब नीट की गेंद केंद्र के पाले में आ गई है। उम्मीद की जा रही है कि सुप्रीम कोर्ट में और छीछालेदर हो, उससे पहले केंद्र सरकार कोई बड़ा फैसला लेते हुए नीट एग्जाम को ही कैंसिल कर दोबारा एग्जाम प्रक्रिया पूर्ण करने जैसे आदेश भी दे सकती है।

गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट में नीट-यूजी परीक्षा विवाद पर सुनवाई चल रही है। कोर्ट ने एक बार फिर से नीट की काउंसलिंग पर रोक लगाने से इंकार कर दिया है। इससे पहले 11 जून को भी सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने काउंसलिंग रद्ध वाली अपील को खारिज कर दिया था। फिलहाल सुप्रीम कोर्ट ने 49 स्टूडेंट्स और स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) द्वारा लगाई गई अर्जी पर सुनवाई करने का काम किया है। इस बार याचिकाकर्ताओं ने नीट एग्जाम में 620 से अधिक स्कोर करने वाले स्टूडेंट्स का बैकग्राउंड चेक करने और फॉरेंसिक जांच करने की मांग की है। इसके साथ ही पेपर लीक मामले की सीबीआई से जांच कराए जाने की मांग की है।

इन सब से हटकर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने भी सुप्रीम कोर्ट से मांग की है कि देश के अलग-अलग उच्चन्यायालयों में दायर की गईं सभी याचिकाओं को क्लब कर एकसाथ शीर्ष न्यायालय में सुनवाई की जाए। गौरतलब है कि एनटीए ने नीट से जुड़े सभी मामलों को सुप्रीम कोर्ट में ट्रांसफर करने के लिए 4 याचिकाएं दायर कर रखी हैं।

इसी बीच बिहार में नीट पेपर लीक मामले को लेकर शिक्षा मंत्रालय ने बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा से डिटेल रिपोर्ट तलब कर ली है। इसे देखते हुए सूत्रों का कहना है कि अब चूंकि नीट की गेंद केंद्र के पाले में आ चुकी है, अत: वह जल्द ही बड़ा फैसला ले सकता है। दावा तो यहां तक किया जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट में नीट को लेकर केंद्र सरकार की और छीछा-लेदर हो, उससे पहले ही कोई बड़ा फैसला लेते हुए परीक्षा को रद्ध भी किया जा सकता है। वैसे इस मामले में शिक्षा मंत्रालय ने अपने एक बयान में यह भी कहा है कि नीट से जुड़े ग्रेस मार्क्स के मामले को सुलझा लिया गया है। मतलब साफ है कि केंद्र अब इस मामले को यूं ही जाने नहीं देना चाह रहा है और इसलिए जल्द ही कोई कदम उठा सकता है। खासतौर पर तब जबकि विपक्ष इसे हथियार के तौर पर इस्तेमाल करते हुए सरकार को घेरने का बखूबी काम कर रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री मोदी पर सीधे हमला बोला और नीट परीक्षा पर चर्चा कब करेंगे सवाल किया है।

 

खड़गे ने पूछा- पीएम मोदी नीट परीक्षा पर चर्चा कब करेंगे

नीट मामले ने देश और दुनियां में सुर्खियां बटोर ली हैं, ऐसे में विपक्ष भी केंद्र सरकार पर हमलावर हुआ है। यहां कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नीट पेपरलीक को लेकर सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया है। उन्होंने सोशल मीडिया के एक्स प्लेटफार्म में एक पोस्ट करते हुए लिखा- आप परीक्षा पर चर्चा तो बहुत करते हैं, नीट परीक्षा पर चर्चा कब करेंगे? यूजीसी-नेट परीक्षा तो रद्ध करना लाखों छात्र-छत्राओं के जज्बे की जीत है। ये मोदी सरकार के अहंकार की हार है जिसके चलते उन्होंने हमारे युवाओं के भविष्य को रौंदने का कुत्सित प्रयास किया। केंद्रीय शिक्षा मंत्री पहले कहते हैं कि नीट में कोई पेपर लीक नहीं हुआ। जब बिहार, गुजरात व हरियाणा में शिक्षा माफिया की गिरफ्तारियां होती हैं, तो शिक्षा मंत्री मानते हैं कि कुछ घपला हुआ है। नीट की परीक्षा कब रद्ध होगी

मोदी जी, नीट परीक्षा में भी अपनी सरकार की धॉंधली व पेपर लीक को रोकने की जिम्मेदारी लीजिए।

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