भोपाल । पिछले दिनों मुख्यमंत्री कार्यालय में अपर मुख्य सचिव के तौर पर डॉ. राजेश राजौरा की नियुक्ति के बाद ये लगभग तय हो गया है कि वे ही मध्यप्रदेश के अगले मुख्य सचिव होंगे। इसी के साथ प्रदेश को नया डीजीपी भी मिल सकता है। मौजूदा डीजीपी सुधीर सक्सेना का दो साल का कार्यकाल 2 मार्च को पूरा हो चुका है। वे नवंबर में रिटायर हो रहे हैं। उनकी जगह अजय शर्मा (डीजी, ईओडब्ल्यू) और अरविंद कुमार (डीजी, होमगार्ड) में से किसी एक को ये पद मिल सकता है।

दरअसल, लोकसभा चुनाव से निपटने के बाद अब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जल्द ही नए सिरे से प्रशासनिक जमावट करने वाले हैं। इसकी शुरुआत उन्होंने अपने कार्यालय से कर दी है। अब मंत्रालय और मैदानी स्तर पर नए सिरे से अफसरों की पोस्टिंग होगी। इसमें छह माह के कामकाज को आधार बनाया गया है। ऐसे में प्रदेश के 6 जिलों के कलेक्टर और एसपी भी बदले जाएंगे। इसके अलावा दो संभागीय आयुक्त और चार संभागों के आईजी पद पर नई पोस्टिंग हो सकती है।

मुख्यमंत्री की मुख्य सचिव वीरा राणा से ट्रांसफर-

पोस्टिंग को लेकर प्रारंभिक चर्चा हो चुकी है। मंत्रालय सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री कार्यालय से संकेत मिलते ही सामान्य प्रशासन और गृह विभाग ने प्रशासनिक फेरबदल की तैयारी शुरू कर दी है।
सीएस पद के लिए डॉ. राजौरा पहली पसंद क्यों?
मंत्रालय सूत्रों का कहना है कि डा. राजौरा को प्रदेश का मुख्य सचिव बनाया जाना लगभग तय है। इसलिए उन्हें अगले दो महीने मुख्यमंत्री कार्यालय में पदस्थ किया गया है, ताकि वे सरकार की प्राथमिकताओं से जुड़े फैसलों को लेकर सभी विभागों से समन्वय बना सकें। बता दें कि जब मुख्य सचिव के रिटायरमेंट से करीब 30 दिन पहले नए मुख्य सचिव को मंत्रालय में ओएसडी बनाया जाता रहा है। सूत्र ये भी कहते हैं कि छह महीने में डॉ. राजौरा का सीएम डॉ. मोहन यादव के साथ प्रशासनिक तालमेल बेहतर बना है। मुख्यमंत्री ने जब अपर मुख्य सचिवों के बीच संभागों का बंटवारा किया था, तब डॉ. राजौरा को उज्जैन संभाग की जिम्मेदारी सौंपी थी। गृह विभाग में रहते हुए उन्होंने सरकार की नीतियों को बेहतर तरीके से लागू किया। यही वजह है कि उन्हें अब मुख्यमंत्री कार्यालय का जिम्मा भी सौंपा गया है।

राजौरा सीएस बने तो 5 अफसर होंगे सुपरसीड

डॉ. राजौरा मुख्य सचिव बने तो उनसे सीनियर पांच अफसरों को सुपरसीड किया जाएगा। इनमें से दो 1989 बैच के अनुराग जैन और आशीष उपाध्याय केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली में पदस्थ हैं। जबकि इनसे एक बैच सीनियर यानी 1988 बैच के संजय बंदोपाध्याय इसी साल अगस्त में रिटायर हो जाएंगे। उन्हीं की बैचमेट और मौजूदा मुख्य सचिव वीरा राणा के छह माह की एक्सटेंशन अवधि भी सितंबर में पूरी हो रही है। लेकिन 1989 बैच के अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान, जेएन कंसोटिया और प्रशासन अकादमी के डीजी विनोद कुमार सुपरसीड होंगे।
6 अफसरों को सुपरसीड कर सीएस बने थे बैंस
मार्च 2020 में कमलनाथ सरकार गिरने के बाद जैसे ही शिवराज सिंह चौहान सीएम बने तब तत्कालीन मुख्य सचिव एम.गोपाल रेड्?डी को हटाकर इकबाल सिंह बैंस को चीफ सेक्रेटरी बना दिया। बैंस को मुख्य सचिव बनाने के लिए 1984 बैच के अधिकारी एपी श्रीवास्तव और पीसी मीना, केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ जयदीप गोविंद, राधेश्याम जुलानिया, दीपक खांडेकर और 1985 बैच के अफसर प्रभांशु कमल को सुपर सीड किया गया था।

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