अपुलिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अपुलीया में जी7 शिखर सम्मेलन से इतर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के साथ द्विपक्षीय बैठक की। पीएम मोदी की बोर्गो एग्नाज़िया रिसॉर्ट में विश्व के अन्य नेताओं के साथ कई बैठकों की योजना है।

चीन पर जी-7 नेता

जी7 लोकतंत्र रूस की सैन्य कार्रवाइयों के चीन के कथित समर्थन पर साझा प्रतिक्रिया तलाश रहा हैं, जिसके बारे में अमेरिका का कहना है कि इससे यूक्रेन में युद्ध बिगड़ रहा है। वहीं जापानी सरकार के सूत्र ने बताया, जी7 देश इस बात पर सहमत हैं कि चीन से कैसे निपटा जाए। यह बैठक चीन और पश्चिम के बीच व्यापार संबंधों के खराब होने के बीच हो रही है। अमेरिका, जापान और यूरोपीय संघ, जो अनौपचारिक आठवें सदस्य के रूप में जी 7 शिखर सम्मेलन में शामिल होता है, सभी चीन की औद्योगिक अतिक्षमता से चिंतित हैं। उनका कहना है कि बीजिंग की बड़ी सब्सिडी, विशेष रूप से हरित ऊर्जा और सौर पैनल और इलेक्ट्रिक वाहनों जैसी प्रौद्योगिकी में, बहुत सस्ते उत्पादों को जन्म देती है जो वैश्विक बाजार में बाढ़ ला देते हैं।

इटली की संसद में क्या हुआ…डर गए जी7 के मेहमान

एक ओर इटली जी7 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है, वहीं दूसरी ओर उसके संसद में खूब मारपीट मचा है। इटली की संसद का एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है। इटली की संसद में सांसदों के बीच एक बिल को लेकर जमकर लात-घूंसा चला। संसद के भीतर मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस वक्त इटली में जी7 देशों के मेहमानों के साथ-साथ वहां तमाम देशों के मेहमान मौजूद हैं जिन्हें इटली ने जी7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया है।

रिपोर्ट के मुताबिक इटली के कुछ क्षेत्रों को स्वायत्ता देने से जुड़े एक बिल को लेकर संसद के भीतर विवाद शुरू हुआ था। इस बिल का समर्थन करने वाले विरोधी सांसदों के बीच शुरू हुआ विवाद बाद में मारपीट तक जा पहुंचा।

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