अमरावती। केंद्र में एनडीए सरकार के शपथ ग्रहण के बाद अब आंध्रप्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में तेलूगु देशम पार्टी (टीडीपी) जीत के बाद आज यानी बुधवार को एन चंद्रबाबू नायडू ने आंध्र प्रदेश के सीएम पद की शपथ ली। शपथ लेने के बाद चंद्रबाबू नायडू के पास पहुंचे तो पीएम मोदी ने उन्हें अपने गले लगा लिया और उन्हें बधाई दी। आंध्रप्रदेश के सीएम के रूप में यह चंद्रबाबू नायडू का चौथा कार्यकाल होगा।
बुधवार सुबह 11.27 बजे राज्यपाल एस अब्दुल नजीर ने कृष्णा जिले में गन्नावरम हवाई अड्डे के पास केसरपल्ली आईटी पार्क में 74 वर्षीय चंद्रबाबू नायडू को सीएम पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। जन सेना पार्टी (जेएसपी) के अध्यक्ष और अभिनेता पवन कल्याण और नायडू के बेटे और टीडीपी महासचिव नारा लोकेश, टीडीपी की आंध्र प्रदेश इकाई के अध्यक्ष के. अत्चन्नायडू और जन सेना पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति के अध्यक्ष नादेंदला मनोहर उन 24 मंत्रियों में शामिल हैं, जिन्होंने चंद्रबाबू नायडू के साथ शपथ ली। इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, अन्य केंद्रीय मंत्री, एनडीए सहयोगियों के नेता और कुछ राज्यों के मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। नायडू के मंत्रिमंडल में 17 नए चेहरों को शामिल किया गया है। इनमें कुछ लोग पहले भी मंत्री रह चुके हैं। मंत्रिमंडल में एक पद खाली रखा गया है। मंत्रिमंडल में तीन महिलाएं भी शामिल हैं। वरिष्ठ नेता एन. मोहम्मद फारूक एकमात्र मुस्लिम चेहरा हैं। मंत्रियों की सूची में पिछड़ा वर्ग से आठ, अनुसूचित जाति से तीन और अनुसूचित जनजाति से एक व्यक्ति है। नायडू ने कम्मा और कापू समुदाय से चार-चार मंत्रियों को शामिल किया है। रेड्डी से तीन और वैश्य समुदाय से एक को मंत्रिमंडल में जगह मिली है। नायडू खुद सामाजिक और राजनीतिक रूप से शक्तिशाली कम्मा समुदाय से आते हैं, जबकि पवन कल्याण कापू समुदाय से आते हैं। मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण से पहले चंद्रबाबू नायडू ने घोषणा की कि अमरावती राज्य की एकमात्र राजधानी होगी। नायडू ने तेदेपा, भाजपा और जनसेना के विधायकों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए यह घोषणा की।