मणिपुर : मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के अग्रिम सुरक्षा काफिले पर उग्रवादियों ने हमला कर दिया। सोमवार (10 जून) को हुए इस हमले में एक जवान घायल हुआ है। उग्रवादी कांगपोकपी जिले में घात लगाकर बैठे थे और जब मुख्यमंत्री का सुरक्षा काफिला हिंसा प्रभावित जिरीबाम जिले की ओर जा रहा था तभी उस पर हमला कर दिया। पुलिस ने बताया कि सुरक्षा बलों के वाहनों पर कई गोलियां चलाई गईं, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की। पुलिस के अनुसार राष्ट्रीय राजमार्ग-53 के समीप कोटलेन गांव के पास गोलीबारी अब भी जारी है।

 

पुलिस ने बताया कि हमले के दौरान कम से कम एक जवान गोली लगने से घायल हो गया। एक अधिकारी ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री बीरेन सिंह अभी दिल्ली से इंफाल नहीं पहुंचे हैं। वह जिले में स्थिति का जायजा लेने के लिए जिरीबाम जाने की योजना बना रहे थे।’’ संदिग्ध उग्रवादियों ने शनिवार को जिरीबाम में दो पुलिस चौकियों, वन विभाग के कार्यालय और कम से कम 70 मकानों में आग लगा दी थी। पिछले साल लगातार हिंसा की आग में जलने वाला मणिपुर एक बार फिर इसकी चपेट में आ गया है। अहम बात यह है कि अब जिरिबाम जिले में हिंसा शुरू हुई है, जो कि अब तक इससे बचा हुआ था।

 

शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी राज उग्रवादी 3-4 बोट से पहुंचे थे और उन्होंने कई घरों और पुलिस चौकियों में भी आग लगा दी थी। इसके बाद अब दोबारा पुलिस पर हमला हुआ है। मणिपुर के जिरीबाम जिले में कथित तौर पर उग्रवादियों ने एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी। इसी वजह से राज्य में दोबारा हिंसा भड़की है। मेइती समुदाय के 200 से अधिक लोगों को नए राहत शिविरों में भेजा गया है। संदिग्ध उग्रवादियों ने जिरीबाम जिले के बाहरी गांवों लामताई खुनौ, दिबोंग खुनौ, नूनखाल और बेगरा में कई घरों को जला दिया था। इन गांवों के लोग जिरी खेल परिसर में बनाए गए राहत शिविर में रह रहे थे।

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