रायबरेली या फिर वायनाड पर अगले 72 घंटे में हो जाएगा फैसला
नई दिल्ली । कांग्रेस कार्य समिति ने पार्टी नेता राहुल गांधी को सर्वसम्मति से लोकसभा में विपक्ष का नेता बनाने का प्रस्ताव पारित किया और कहा कि गांधी ही लोकसभा में पार्टी के मुद्दों को प्रभावी तरीके से उठा सकते हैं। गांधी ने कहा है कि वह कार्यसमति के निर्णय पर बहुत जल्द फैसला लेंगे। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल तथा पार्टी के संचार विभाग प्रभारी जयराम रमेश ने शनिवार को कार्य समिति की बैठक के बाद पार्टी मुख्यालय में हुए संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कार्य समिति ने गांधी को विपक्ष का नेता बनने का प्रस्ताव पारित किया है। उम्मीद है कि राहुल गांधी प्रस्ताव को स्वीकार कर लेंगे।
वेणुगोपाल ने कहा कि कार्य समिति ने सर्वसम्मति से राहुल गांधी से लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद संभालने का अनुरोध किया है। गांधी इसके लिए सबसे उपयुक्त व्यक्ति हैं और वह संसद में पार्टी के मुद्दों को शिद्दत के साथ उठाने और पार्टी का नेतृत्व करने के लिए सबसे उपयुक्त हैं। उन्होंने कहा कि कार्य समिति की बैठक में उत्साह का माहौल था और सभी नेता लोक सभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन से उत्साहित थे। नेताओं के मूड से लग रहा था कि उन्हें भरोसा हो गया है कि कांग्रेस का पुनरुद्धार का कार्य अब शुरू हो गया है।
10 साल से नेता प्रतिपक्ष का पद खाली
लोकसभा में पिछले 10 साल से नेता प्रतिपक्ष का पद खाली है। 2014 में कांग्रेस को 44 सीटें और 2019 में 52 सीटें मिली थीं। भाजपा के बाद सबसे ज्यादा सीटें कांग्रेस को मिली थीं। फिर भी कांग्रेस को नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी नहीं मिली थी। दरअसल, नेता प्रतिपक्ष के पद के लिए किसी भी पार्टी के पास लोकसभा की कुल सीटों का 10 प्रतिशत सीटें होना चाहिए। यानी 543 सीटों में से कांग्रेस को इसके लिए 54 सांसदों की जरूरत होती है। कांग्रेस ने इस बार अपने दम पर 99 सीटें हासिल की हैं।
रायबरेली या फिर वायनाड चार दिन में होगा फैसला
गांधी रायबरेली या वायनाड में से अपने पास कौन सी सीट रखेंगे उन्होंने कहा कि इस बारे में तीन-चार दिन में फैसला लिया जाएगा। जनता दल-यू अध्यक्ष तथा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इंडिया समूह की तरफ से प्रधानमंत्री बनाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। 365 दिन लोगों के बीच रहना होगा बैठक में अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरग ने इस बात पर जोर दिया कि सत्ता में हो या नहीं, हमें निरंतर काम करते रहना है। उन्होंने कहा कि 24 घंटे, 365 दिन लोगों के बीच रहना होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यसमिति देशभर में फैले कांग्रेस पार्टी के नेताओं और करोड़ों कार्यकर्ताओं का धन्यवाद करती है, जिन्होंने पिछले कुछ महीनों में अथक परिश्रम किया। मैं आपकी दृढ़ इच्छा शक्ति, संकल्प और परिश्रम के लिए बधाई देता हूं। इंडिया गठबंधन से जुड़े दलों की तारीफ की कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अपने इंडिया गठबंधन के साथी दलों की सराहना भी की। कहा कि खास तौर पर अपने साथी दलों की प्रशंसा करना चाहूंगा। विभिन्न राज्यों में सभी सहयोगी दलों ने अहम भूमिका निभाई, हर पक्ष ने यथासंभव योगदान दिया। एक स्वर में साथ रहे। इंडिया गठबंधन के साथियों के साथ हम संसद और संसद के बाहर एकजुट होकर और मिलकर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि जिन अहम मुद्दों पर हम चुनाव अभियान में गए वे आम जनता के सरोकार के मुद्दे हैं। इसलिए वे हमेशा हमारी ध्यान में रहेंगे। संसद और संसद के बाहर जनता के इन सवालों को हम लगातार उठाते रहेंगे। हम जनमत को विनम्रता से स्वीकार करते हैं। देश की जनता के एक बड़े तबके ने हम पर भरोसा किया है। हम उनका भरोसा बरकरार रखने के लिए सभी संभव प्रयास करेंगे। हमें अनुशासित रहना है। हमें एकजुट रहना है।