गाजा। अबकी बार इजरायली सेना ने मध्य गाजा पट्टी के नुसेरात शिविर में रह रहे निर्दोष लोगों को निशाना बनाते हुए हवाई हमले किए। स्कूल पर किए हमले में कम से कम 30 फिलिस्तीनी मारे गए और कई घायल हो गए। मारे गए लोगो में अधिकांश बच्चे और महिलाएं थीं। हमास द्वारा संचालित गाजा सरकार के मीडिया कार्यालय ने एक बयान में स्कूल पर इजरायल के हमले की निंदा करते हुए इसे भयानक नरसंहार बताया और कहा कि इजरायली सेना द्वारा इन हमलों को जारी रखना नरसंहार के अपराध का स्पष्ट सबूत है। कार्यालय ने कहा कि इजरायल और अमेरिका को मानवता को खतरे में डालने वाले और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करने वाले इन अपराधों की पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। इजरायली पक्ष ने अभी तक इस घटना पर प्रतिक्रिया नहीं दी है।

गुरुवार सुबह चीन की ने गाजा के अस्पताल अधिकारियों के हवाले से बताया कि एक इजरायली लड़ाकू जेट ने स्कूल की कम से कम तीन कक्षाओं पर बमबारी की और कई लोगों को मौत की नींद सुला दिया। इजरायल ने ताजा हमले मीडिल गाजा स्थित एक स्कूल में हुए। इस स्कूल में सैकड़ों फिलिस्तीनियों ने शरण ले रखी है। उधर, अमेरिका आईसीसी के उस कदम पर भड़का हुआ है, जिसमें नेतन्याहू और इजरायली अधिकारियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हो सकता है। गाजा और राफा में जमकर कत्लेआम कर रही इजरायली सेना पर अमेरिका ने फिलहाल नरमी बरकरार रखी है। अमेरिकी सरकार का कहना है कि वह इजरायल को अपना समर्थन जारी रखेगा। उसने अपनी संसद में अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (आईसीसी) के इजरायल पर ऐक्शन के खिलाफ कदम उठाने की कार्यवाही शुरू कर दी है।

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