-गडकरी या शिवराज किस पर संघ लगाएगा दांव
मुंबई। लोकसभा चुनाव 2024 की मतगणना के रुझानों से भाजपा को झटका लगता नजर आ रहा है। वहीं दूसरी तरफ मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विजयी हो गए हैं। वहीं नागपुर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी विजयी बढ़त बनाए हुए हैं। ऐसे में चर्चा आम हो चली है कि यदि इस लोकसभा चुनाव में भाजपा पूर्ण बहुमत से पीछे रह जाती है तो फिर प्रधानमंत्री का चेहरा संघ बदलना चाहेगा। ऐसे में कौन होगा अगला प्रधानमंत्री इस पर बहस जारी है।
यहां बताते चलें कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जिन्होंने विधानसभा में भाजपा की शानदार जीत दर्ज कराई अब लोकसभा प्रत्याशी के तौर पर वो खुद शानदार जीत हासिल कर सभी को रोमांचित कर चुके हैं। इस जीत के साथ ही उनका नाम संघ अगले प्रधानमंत्री के तौर पर आगे करके एक राय कायम करने पर विचार कर सकती है। इसी तरह नितिन गडकरी नागपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी विकास ठाकरे से काफी आगे चल रहे हैं। नागपुर से उनकी भी जीत निश्चित मानी जा रही है।
अब जबकि दोपहर बाद तक के रुझानों में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिलता नहीं दिखा है, तब क्या नितिन गडकरी प्रधानमंत्री बन सकते हैं? इस तरह के सवाल भी किए जा रहे हैं। यहां यह नहीं भूलना चाहिए कि नितिन गडकरी के हमेशा से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से अच्छे रिश्ते रहे हैं। अब चूंकि गडकरी संघ के मुख्यालय वाली संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं अत: उनकी भी दावेदारी पर विचार संघ कर सकता है। यहां विचारणीय यह भी है कि मौजूदा लोकसभा चुनाव में नितिन गडकरी नए संकल्प यानी विकास और मेहनत को आगे रखते हुए बिना पोस्टर लगाए चुनाव मैदान में उतरे थे। गडकरी के कार्यों और उनकी नीति को देखते हुए भाजपा ही नहीं बल्कि अन्य पार्टियां व कुछ नेता भी समर्थन दे सकते हैं। इसमें सबसे पहला नाम शिवसेना का आता है जो महाराष्ट्र से प्रधानमंत्री बनाए जाने की शर्त पर साथ खड़ी हो सकती है। इससे शरद पवार की संभावित चाल का भी काट निकाला जा सकता है।
अब बात करें मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तो उन्होंने प्रदेश में लागातार भाजपा की सरकार बनाने का जो रिकॉर्ड बनाया है वह उनके प्रधानमंत्री के दावे को मजबूती प्रदान करता है। यही नहीं मध्य प्रदेश की पूरी 29 में से 29 लोकसभा सीटें इस बार भाजपा की झोली में आती दिख रही हैं। शिवराज इसलिए भी प्रधानमंत्री के लिए संघ के चहेते के तौर पर सामने आ सकते हैं, क्योंकि उनके नाम पर कभी भी कोई विवाद या घपले-घोटाले का ताज नहीं सजा है। उन्हें सभी वर्गों के लोग पसंद करते रहे हैं और आगे भी उनसे यही उम्मीद की जाती रही है कि वो सभी को साथ लेकर चलेंगे।
चुनाव परिणामों को लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं, लेकिन यदि भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने की स्थिति में आती है तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही होंगे। इसका सबसे बड़ा कारण यही है कि मोदी की गारंटी और उनके चुनाव प्रचार ने सभी को मथ कर रखा हुआ है। ऐसे में संघ भी उनके नाम को लेकर कोई फैसला लेने की स्थिति में नहीं होगी। सभी की नजरें इस समय 272 सीटों पर है, जिसने यह आंकड़ा पार कर लिया उसी के सिर पर ताज सजना तय है।