नई दिल्ली। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि बीजेपी मुस्लिम महिलाओं के लिए मतदान प्रक्रिया में उनके लिए अडंगे पैदा करना चाहती है। ओवैसी की यह टिप्पणी तब आई जब बीजेपी की दिल्ली इकाई ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से संपर्क किया और राष्ट्रीय दिल्ली में मतदान के दौरान बुर्का पहनकर आने वाली महिलाओं का सत्यापन करने की मांग की।
ओवैसी ने कहा कि बीजेपी की दिल्ली इकाई ने चुनाव आयोग से कहा है कि बुर्के में महिलाओं की विशेष जांच होनी चाहिए। बीजेपी हर चुनाव में मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाने का कोई न कोई बहाना ढूंढ ही लेती है। उन्होंने आगे कहा कि परदा-नशीन औरतों को लेकर निर्वाचन सदन के पास साफ़ कवाईद और ज़ाबते हैं, चाहे वो बुर्के में हों या घूंघट में हों या मास्क में, बिना तस्दीक या जांच के किसी को भी वोट देने नहीं दिया जाता है तो फिर बीजेपी को ऐसी ख़ास मांग क्यों करनी पड़ी? बीजेपी के लोग क्या इससे अंजान हैं।
उन्होंने कहा कि बस मुस्लिम औरतों को निशाना बनाया जाए और उन्हें वोट देने में बाधा बनाया जाए। दिल्ली बीजेपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली के सीईओ से मुलाकात की और एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें मतदान के दिन दिल्ली में बुर्का पहनने वाली महिला मतदाताओं के उचित सत्यापन की मांग की गई है। ज्ञापन में कहा गया है कि जो लोग बुर्का या फेस मास्क पहनकर मतदान करने आते हैं तो उन्हें पूरी जांच के बाद ही मतदान की अनुमति दी जानी चाहिए। महिला अधिकारी या महिला पुलिस अधिकारी को उनके चेहरे की जांच करनी चाहिए।