तेल अवीव। अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (आईसीसी) इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, हमास नेता याह्या सिनवार और मोहम्मद दीफ के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने की तैयारी में है। आईसीसी न्यायाधीशों का एक पैनल अब गिरफ्तारी वारंट के लिए करीम खान के आवेदन पर विचार करेगा। खान ने कहा कि सिनवार, हनियेह और अल-मसरी के खिलाफ आरोपों में हत्या, बंधक बनाना, बलात्कार और हिरासत में यौन उत्पीड़न शामिल हैं। खान ने सीएनएन को बताया, 7 अक्टूबर को दुनिया स्तब्ध रह गई जब लोगों को उनके बेडरूम से, उनके घरों से, इजरायल के विभिन्न किबुतजिम से निकाल लिया गया। उन्होंने कहा,लोगों को भारी नुकसान हुआ है।अदालत के मुख्य अभियोजक करीम खान ने बताया कि आईसीसी इजरायल पर 7 अक्टूबर के हमलों और उसके बाद गाजा में युद्ध के दौरान युद्ध अपराध और मानवता के खिलाफ अपराध के आरोप में हमास नेता याह्या सिनवार और इजरायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के लिए गिरफ्तारी वारंट की मांग कर रहा है।

खान ने बताया, नेतन्याहू और गैलेंट के खिलाफ आरोपों में विनाश करना, युद्ध के तरीके के रूप में भुखमरी पैदा करना, मानवीय राहत आपूर्ति से इनकार करना, जानबूझकर संघर्ष में नागरिकों को निशाना बनाना शामिल है। जब पिछले महीने रिपोर्टें सामने आईं कि आईसीसी मुख्य अभियोजक इस कार्रवाई पर विचार कर रहा है, तो नेतन्याहू ने कहा कि वरिष्ठ इजरायली सरकार और सैन्य अधिकारियों के खिलाफ कोई भी आईसीसी गिरफ्तारी वारंट ऐतिहासिक अनुपात का अपमान होगा और इजरायल के पास एक स्वतंत्र कानूनी प्रणाली है जो कानून के सभी उल्लंघनों की कठोरता से जांच करता है।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक करीम खान ने कहा कि आईसीसी इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट के साथ-साथ हमास के दो अन्य शीर्ष नेताओं अल कासिम ब्रिगेड के नेता और मोहम्मद दीफ के नाम से कुख्यात मोहम्मद दियाब इब्राहिम अल-मसरी और हमास के राजनीतिक नेता इस्माइल हानिया के लिए भी वारंट मांग रही है। इजरायली राजनेताओं के खिलाफ वारंट पहली बार है जब आईसीसी ने संयुक्त राज्य अमेरिका के किसी करीबी सहयोगी के शीर्ष नेता को निशाना बनाया है। यह निर्णय नेतन्याहू को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की कैटेगरी में रखता है, जिनके लिए आईसीसी ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण पर गिरफ्तारी वारंट जारी किया था।नेतन्याहू द्वारा की गई टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर खान ने कहा,कोई भी कानून से ऊपर नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर इजरायल आईसीसी से असहमत है, तो वे अधिकार क्षेत्र पर अपनी आपत्तियों के बावजूद, अदालत के न्यायाधीशों के सामने चुनौती उठाने के लिए स्वतंत्र हैं और मैं उन्हें ऐसा करने की सलाह देता हूं। इजरायल और संयुक्त राज्य अमेरिका आईसीसी के सदस्य नहीं हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *