नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने लोकसभा चुनाव के पहले चरण हुई कम वोटिंग पर अपने मन की बात कही है। उन्होंने कहा कि पहले चरण की वोटिंग को देखकर थोड़ी चिंता हुई थी,लेकिन इसके बाद की वोटिंग तो सभी चिंताओं को खत्म कर दिया। उन्होंने कहा कि तीसरे चरण के बाद पता चला कि विपक्षी वोटर कम मतदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष बहुत निराश है क्योंकि परिणाम प्रधानमंत्री मोदी के पक्ष में है। ऐसे में उन्हें लगता है कि गर्मी में बाहर निकलने से अच्छा है कि घर में ही बैठो। हालांकि यह लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है। उन्हें भी घर से निकलकर मतदान करना चाहिए। लेकिन देखा जा रहा है कि इंडिया गठबंधन के वोटरों में बहुत कन्फ्यूजन है।
उन्होंने कहा, हम चुनाव जमीनी स्तर पर लड़ रहे हैं। हर रैली के बाद हमने कम से कम 40 से 50 कार्यकर्ताओं से बात की और पता किया कि जमीन पर क्या चल रहा है। उनके फीडबैक के आधार पर ही पता चलता है कि चिंता की कोई बात ही नहीं है। अमित शाह ने कहा कि यह चुनाव भी प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में लड़ा जा रहा है और वह तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने राहुल गांधी के अलावा किसी को प्रोजेक्ट नहीं किया है। उत्तर प्रदेश के बारे में शाह ने कहा कि उन्हें नहीं लगता है कि जाति के आधार पर वोटिंग हो रही है। उन्होंने कहा कि यूपी में यादव भी भाजपा को वोट दे रहे हैं। उन्होंने कहा, बीजेपी कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, केरला और तमिलनाडु में भी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी। इसके अलावा बंगाल में भाजपा 24 से 30 सीटों के बीच में जीतने वाली है। ओडिशा में इस बार बीजेपी सरकार बना रही है। इसके अलावा 17 से ज्यादा लोकसभा सीटों पर भी जीत हासिल होगी। अमित शाह ने ये बातें एक इंटरव्यू में कही। शाह ने कहा पश्चिम बंगाल, असम और त्रिपुरा जहां पर ज्यादा वोटिंग होती थी, इस बार वहां भी कम मतदान हुआ है। आप अगर विश्लेषण करें तो पता चलेगा कि जहां कांग्रेस का समर्थन ज्यादा था वहीं वोटिंग कम हुई है। अमित शाह से जब सवाल किया गया कि कुछ विदेशी पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स को लगता है कि बीजेपी उतनी सीटें नहीं जीत रही है जितनी का दावा किया गया है। इसपर शाह ने कहा कि विदेशी एजेंसी देश में ठीक से सर्वे नहीं करवा पाती हैं।