इस्लामाबाद। आईएसपीआर के डीजी मेजर जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा कि हाल में हुई टारगेटेड हत्याओं में पाकिस्तान के पास भारत के शामिल होने के पक्के सबूत हैं। चौधरी ने रावलपिंडी में जनरल मुख्यालय में मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि भारत की हत्या का सिलसिला अब कई देशों में फैल गया है। दूसरे देश में सिख नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से लेकर, भारत पाकिस्तान में लोगों की हत्याओं में शामिल रहा है। मेजर जनरल ने कहा कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियां सीमा पर आक्रामकता दिखाकर और साथ ही पाकिस्तान विरोधी चुनावी कहानी बनाकर अपने आंतरिक मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने की भारत की योजना से वाकिफ हैं। उन्होंने दावा किया कि मौजूदा लोकसभा चुनावों के दौरान जम्मू-कश्मीर में लोगों की राय को दबाने की भारत की योजना भी साफ नजर आती है। उन्होंने कहा कि पांच दिनों में पांच सीटों के चुनाव का उद्देश्य केवल कश्मीरियों की आवाज को दबाना और चुनाव परिणाम में हेरफेर करना है। अफगानिस्तान और पाकिस्तान की सुरक्षा के सवाल पर चौधरी ने कहा कि अफगानिस्तान में तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ एक आरोप पत्र जारी किया। इसमें दावा किया गया कि देश में 90 फीसदी से ज्यादा आतंकवादी हमलों को अफगानिस्तान द्वारा बढ़ावा दिया जाता है। उन्होंने कहा कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) को अफगानिस्तान सहयोग, सुविधा प्रदान करता है। अफगान नागरिक पाकिस्तान में आतंकी हमलों को अंजाम दे रहे हैं। हमने कई अफगान आतंकवादियों को मार गिराया है। उन्होंने कहा कि बेशाम में चीनी इंजीनियरों पर हमले में एक आत्मघाती अफगानी हमलावर शामिल था। हमले में पांच चीनी नागरिकों और एक पाकिस्तानी नागरिक की मौत हो गई थी। हमले में शामिल वाहन भी अफगानिस्तान में तैयार किया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि ग्वादर और बलूचिस्तान के अन्य हिस्सों में हुए हमलों में अफगान नागरिक और बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) के आतंकी शामिल थे। उन्होंने कहा कि ऐसे समूहों के साथ कोई बातचीत नहीं हो सकती, जो देश की अखंडता और सुरक्षा के लिए खतरा हैं।