इंदौर : इंदौर नगर निगम के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर अभय राठौर पर इनाम राशि बढ़ाकर 25 हजार कर दी गई है। निगम में हुए 28 करोड़ रुपए के फर्जीवाड़े में राठौर की तलाश है। राठौर शासकीय फाइलों में चालाकी से फर्जीवाड़ा करता था। स्वीकृत ठेकों की राशि में हेराफेरी कर लाखों की राशि को करोड़ों कर देता था। इसके बाद इनके चेक बनवा लेता था। पुलिस ने 35 से ज्यादा फाइलों में यह फर्जीवाड़ा पकड़ा है। पुलिस आयुक्त राकेश गुप्ता ने यह इनाम घोषित किया है।

कैसे करता था फर्जीवाड़ा

वहीं जांच कर रहे डीसीपी जोन तीन पंकज पांडे के मुताबिक इसी केस में पकड़ाए आरोपी राजकुमार सालवी (बर्खास्त लिपिक) ने पूछताछ में बताया कि अभय राठौर (फरार ईई) ऐसी फाइलें ढूंढता था जिनमें कार्य स्वीकृत हो चुके थे। इसके बाद वह उनके वर्क आर्डर बदल देता था। नगर निगम से जब्त फाइलों की जांच में कई जगह हेराफेरी पकड़ में आई है। पांडे ने बताया कि वह राशि के अंकों में हेराफेरी कर करोड़ों रुपए कर लेता था। सालवी आडिट शाखा के कर्मचारी मुरलीधरन करता की सहयता से फर्जी फाइलें आडिट शाखा में जमा करवा देता था।

पोस्टर लगेंगे शहर में

टीआइ विजयसिंह सिसोदिया के मुताबिक, घोटाले से संबंधित चार एफआइआर दर्ज हो चुकी है। जांच के लिए हीरानगर, ग्वालटोली, बाणगंगा, एमजी रोड़ और पुलिस लाइन के पुलिसकर्मियों की टीम गठित की गई है। एक टीम विवेचना संबंधित कार्य करती है। दूसरी टीम बैंक खाते और डेटा विश्लेषण संबंधित कार्य में जुटी है। छापामार कार्रवाई और पूछताछ के लिए पृथक से दल बनाए गए हैं। पुलिस ने राठौर की संपत्ति की जानकारी निकाली तो गुलाब बाग कालोनी, पवनपुरी और वार्ड-32 में घर मिले। अब पुलिस ने राठौर की तलाश तेज कर दी है। पुलिस ने आरोपित के पोस्टर छपवाकर कालोनी, रेलवे स्टेशन, बस अड्डों पर चस्पा करने की तैयारी की है।

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