नई दिल्ली। एयर इंडिया एक्प्रेस और क्रू मेंबर्स के बीच लंबे समय से अनबन चल रही थी। उनके वेतन में अकारण कटौती,नौकरी से निकाल देना जैसी कई समस्याओं से परेशान होकर अंतत: 300 क्रू मेंबर्स ने सिक लीव ले ली। नतीजा ये हुआ कि एयर इंडिया को करीब 100 फ्लाइट्स रद्द करना पड़ी और 13 हजार यात्री परेशान हुए। इस मामले में समाधान निकालने के लिए क्रू मेंबर्स को भरोसे में लेने के बजाय कंपनी ने 25 सिक लीवर को बर्खाश्त कर दिया। एयर इंडिया एक्सप्रेस ने इन कर्मचारियों को टर्मिनेशन लेटर थमा दिया गया है। बड़ी संख्या में क्रू मेंबर्स के सिक लीव लेने के कारण एयरलाइन की 100 से अधिक फ्लाइट्स को कैंसल कर दिया गया था।

सूत्रों ने बताया कि एयर इंडिया एक्सप्रेस एयरलाइन्स के करीब 25 कर्मचारियों को टर्मिनेट कर दिया गया है। ये कैबिन क्रू मेंबर काम पर नहीं आए जिसके कारण हजारों यात्रियों को परेशानी हुई। एयरलाइन ने बुधवार को कहा था कि उसके कई सीनियर क्रू मेंबर्स ने अचानक सिक लीव ले ली है। यह सिलसिला मंगलवार की रात को शुरू हुआ और बुधवार तक चलता रहा। कंपनी के 300 कर्मचारी सिक लीव पर चले गए। इस कारण एयरलाइन को 90 से अधिक इंटरनेशनल और घरेलू उड़ानें कैंसल करनी पड़ी हैं। सिविल एविएशन अथॉरिटी इस मामले की जांच कर रही है।

वेतन कटौती से नाराज हैं क्रू मेंबर्स

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एयर इंडिया एक्सप्रेस के एयरएशिया इंडिया में विलय के कारण चालक दल के सदस्यों के वेतन में लगभग 20 फीसदी की कटौती की गई है। इसके अलावा कई भत्ते जो विलय से पहले कर्मचारियों के मुआवजे का हिस्सा थे, पूरी तरह से हटा दिए गए हैं, जिसके परिणामस्वरूप महत्वपूर्ण वेतन कटौती हुई है। उधर एक खबर यह भी है कि एयर इंडिया एक्सप्रेस मामले में क्षेत्रीय श्रम आयुक्त एयर इंडिया एक्सप्रेस प्रबंधन और चालक दल के सदस्यों के एक वर्ग के बीच विवाद के संबंध में चल रही सुलह प्रक्रिया को लेकर विमानन नियामक डीजीसीए से जानकारी मांगेंगे। टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया एक्सप्रेस घाटे में चल रही एयर इंडिया एक्सप्रेस कनेक्ट का अपने साथ विलय करने की प्रक्रिया में है। एयर इंडिया एक्सप्रेस कनेक्ट को पहले एयर एशिया इंडिया कहा जाता था। सूत्र ने बुधवार को कहा कि चल रही सुलह प्रक्रिया में नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) को भी विभिन्न नियमों के संबंध में जानकारी मांगने के लिए एक पक्ष बनाया गया है। उन्होंने कहा कि कि सुलह प्रक्रिया में डीजीसीए को पक्ष बनाने की सूचना क्षेत्रीय श्रम आयुक्त ने पिछले सप्ताह भेजी थी। एयरलाइन सेक्टर का बुरा हाल एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट्स कैंसल होने से देशभर में करीब 13,000 यात्री प्रभावित हुए। एयर इंडिया एक्सप्रेस रोजाना 350 से 400 फ्लाइट्स ऑपरेट करती है। इनमें से 250 इंटरनेशनल और 120 घरेलू उड़ानें हैं। इस संकट को देखते हुए कंपनी ने 13 मई तक 40 फ्लाइट्स में कटौती करने की घोषणा की है। पीक सीजन में एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट्स कैंसल होने से एयरलाइन सेक्टर पर दबाव बढ़ गया है। इंजन में समस्या के कारण इंडिगो के 75 विमान उड़ान नहीं भर पा रहे हैं। गोएयर बंद पड़ी है जबकि स्पाइसजेट की भी कई उड़ानें बंद हैं। एयरबस और बोइंग की तरफ से नए विमानों की डिलीवरी की रफ्तार भी धीमी पड़ी है।

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