खरगोन : खरगोन जिले के सेगांव में सोमवार दोपहर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने जनसभा को संबोधित किया। खरगोन बड़वानी संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी पोरलाल खरते के समर्थन में राहुल गांधी ने कांग्रेस को वोट देने की अपील की। वहीं, इस दौरान उन्होंने बीजेपी और पीएम मोदी पर भी जमकर निशाना साधा। खरगोन पहुंचे राहुल गांधी ने मंच से कहा कि इस चुनाव का मुख्य मुद्दा आरक्षण है और जब कल पीएम मोदी यहां आएंगे तो उनसे पूछना कि वो आरक्षण को क्यों खत्म करना चाहते हैं? इधर, आदिवासी समाज को बीजेपी के द्वारा वनवासी कहने पर भी उन्होंने कड़ी आपत्ति जताई। इसके साथ ही राहुल गांधी ने करोड़ों गरीब परिवार की महिलाओं के खाते में प्रतिवर्ष एक लाख रुपये डालने की बात कही।
अपने भाषण की शुरुआत में राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए उन्हें बब्बर शेर कहकर संबोधित किया, जिसके बाद खंडवा और खरगोन क्षेत्र के दोनों प्रत्याशियों को उन्होंने जनता से रूबरू करवाया। वहीं, इसके बाद उन्होंने लोकसभा के इस चुनाव को जल, जंगल, जमीन और रोजगार सहित संविधान को बचाने वाला चुनाव बताया। वहीं, उन्होंने नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो संविधान को बदलना चाहते हैं, खत्म करना चाहते हैं और उन्होंने कहा कि अगर संविधान खत्म हुआ तो आपका जल, जंगल, जमीन सारा का सारा गायब हो जाएगा। हिंदुस्तान में 22-25 अरबपति अदाणी जैसे लोगों का राज बचेगा। वहीं, उन्होंने इन लोगों को पीएम मोदी का मित्र बताया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने बेरोजगारों का कर्ज कभी माफ नहीं किया।
जबकि अदाणी जैसे लोगों का 16 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर दिया। मगर वह किसानों का और गरीबों का कर्ज माफ नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि हम आप लोगों को आदिवासी कहते हैं। क्योंकि आदिवासी का मतलब आपको जल जंगल जमीन का अधिकार मिलना चाहिए। पेसा कानून, ट्राइबल बिल हम लेकर आए हैं और हमने आपको अधिकार दिए हैं। हम आपके लिए एक ऐसी क्रांतिकारी योजना लाए हैं, जो आज तक किसी सरकार ने किसी के लिए नहीं दी। किसी सरकार ने ऐसा सोचा भी नहीं है। हम सारे के सारे गरीब लोगों की लिस्ट बनाएंगे और इन सारे गरीब लोगों से परिवार की एक महिला का नाम चुना जाएगा। हमारे इंडिया गठबंधन की सरकार उस महिला के खाते में साल के एक लाख रुपये डालेगी।
यानी हम हर महिला के खाते में 8,500 रुपये महीना डालेंगे। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने 22 अरबपति बनाए हैं और हम एक करोड़ लखपति बनाएंगे और यह पैसा आपका ही है, जो आप टैक्स देते हैं। यह पैसा उस दिन तक मिलेगा, जब तक वह परिवार गरीबी रेखा से निकलेगा नहीं। खरगोन पहुंचे राहुल गांधी ने कहा कि अब यह सवाल भी उठेगा कि पुरुषों को हमारी सरकार क्यों नहीं दे रही हैं तो हम बता दें कि पुरुष आठ घंटे मजदूरी करते हैं और महिला भी उनके साथ आठ घंटे मजदूरी करती है। उसके बाद में घर पर आकर भी आठ घंटे काम करती हैं तो महिलाएं डबल काम करती हैं। इसलिए हमारी सरकार महिलाओं के बारे में सोचती है और वैसे भी यह पैसा घर के काम में आएगा तो पुरुषों के काम में भी आएगा ही। उन्होंने कहा कि कल नरेंद्र मोदी आएंगे।
उनके भाषण में बोलना खटाखट-खटाखट-खटाखट और बोलना कि जो आपने अरबपतियों के लिए किया, वही राहुल गांधी और कांग्रेस गरीब परिवारों के लिए करने जा रही है। वहीं, उन्होंने कहा कि बीजेपी ने यहां के छोटे व्यापारी और स्माल इंडस्ट्रीज को खत्म कर दिया है। गलत तरीके से जीएसटी और नोटबंदी लागू करके और उससे ही यहां की कॉटन इंडस्ट्री भी खत्म हो गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अदाणी जैसे लोगों की मदद करने के लिए ही जीएसटी और नोटबंदी को लागू किया। अब दो करोड़ युवा नरेंद्र मोदी से पूछते हैं कि उन्होंने हमसे झूठ क्यों बोला, और हमें नौकरी क्यों नहीं दी। क्योंकि उन्होंने रोजगार का वादा किया था। वहीं, उन्होंने कहा कि हम मनरेगा की तरह रोजगार का अधिकार देते हुए पहली नौकरी पक्की का अधिकार दे रहे हैं।
और यह अधिकार आदिवासी दलित और पिछड़े वर्ग के युवाओं को जो भी ग्रेजुएट हैं, जिनके पास डिग्री है या डिप्लोमा होल्डर हैं। उन्हें एक साल की नौकरी हम देने जा रहे हैं और इसकी उन्हें ट्रेनिंग मिलेगी और जो भी सफल होंगे, उन्हें यह पक्की नौकरी मिलेगी। राहुल गांधी ने कहा कि जब मनरेगा के मजदूर मजदूरी करते हैं तो मीडिया कहता है कि उनकी आदत बिगड़ रही है। जबकि अरबपतियों का कर्ज माफ होता है तो उसे यह लोग विकास कहते हैं। आज मनरेगा की मजदूरों को 250 रुपये रोजाना मिलता है, जिसे हम चुनाव के बाद 400 रुपये करेंगे। आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं की आमदनी हम दोगनी करने जा रहे हैं। इसके साथ ही सरकारी सेक्टर में बीजेपी और नरेंद्र मोदी की सरकार ने जो ठेकेदारी प्रथा चालू की है, इसे हम बंद कर करेंगे।
क्योंकि इसमें आपको कभी भी नौकरी से निकाला जा सकता है और अब आपको नौकरी मिलेगी तो परमानेंट और अच्छी नौकरी मिलेगी। ठेकेदारी आप नहीं करोगे, आपको ठेकेदारी प्रथा में नहीं रखा जाएगा। वहीं, किसानों के लिए उन्होंने कहा कि जब आप मेहनत से अनाज उगाते हो और अनाज बेचना होता है और जब आपको आपकी मेहनत के पैसे मिलने वाले होते हैं। तब जान बूझकर दाम कम कर दिया जाता है, जिससे हिंदुस्तान के किसान को सही दाम नहीं मिलता। इसलिए चुनाव के बाद हम दो काम करेंगे। सबसे पहले हिंदुस्तान के किसानों का कर्ज माफ करेंगे और दूसरा किसानों के लिए कानूनी मिनिमम सपोर्ट प्राइस का कानून लाएंगे। इससे कम कीमत पर उपज नहीं बेची जा सकेगी।