गाजा। इजराइल हमास को खत्म करने के लिए कुछ भी कर रहा है। शांति प्रस्ताव स्वीकारने के बाद भी हमला कर देता है। बीते सोमवार को भी संघर्ष विराम का प्रस्ताव मान लिया था इसके बाद भी राफा पर हमला बोल दिया। हमास की ओर से कहा गया कि अब उसको इजराइल के जवाब का इंतजार है। हमास के ऐलान के बाद सबको लग रहा था कि अब गाजा में खून-खराबा बंद हो जाएगा लेकिन हुआ इसका उल्टा। शांति की जगह इजराइल ने राफा में हमले कर डाले।
दरअसल, हमास ने प्रस्ताव तो मान लिया है लेकिन इजराइल इससे सहमत नहीं है। इजराइल की ओर से कहा गया है कि हमास ने जिस प्रस्ताव पर रजामंदी जताई है, वे ‘नरम’ प्रस्ताव है यानी हमास का मकसद अंतरराष्ट्रीय समुदाय को ये दिखाना कि उसने संघर्ष विराम प्रस्ताव को मान लिया है। संघर्ष विराम को लेकर इजराइल द्वारा रखे गए प्रस्ताव में बंधकों रिहाई के साथ फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ना, गाजा में मानवीय मदद पहुंचाना और अपने सैनिको को सऊथ गाजा और सेंट्रल गाजा से पीछे हटाना शामिल था। इसमे पूर्ण संघर्ष विराम और इजराइल सैनिकों के पूरी तरह गाजा से वापसी न शामिल होने पर कई फिलिस्तीन समर्थकों ने इस प्रस्ताव पर आपत्ति जताई थी। सूत्रों के हवाले से बताया कि मध्यस्थता ने हमास के द्वारा स्वाकार किए गए प्रस्ताव की बाधाओं पर फिर चर्चा शुरू की है, जिनपर इजराइल राजी नहीं है। कतर के विदेश मंत्रालय ने एलान किया कि वे एक डेलिगेशन को मिस्र की राजधानी कायरो भेज रहे हैं। इजराइल की ओर से भी अधिकारी कायरो जा रहे हैं। लेकिन साथ ही उन्होंने राफा में अपने हमले जारी रखने के संकेत दिए हैं। इजराइल ने राफा के रास्ते में रहने वाली करीब एक लाख आबादी को रास्ता खाली करने के लिए कहा है। खबरों के मुताबिक सोमवार रात राफा पर गनफायर और हवाई स्ट्राइक भी की गई हैं। राफा गाजा की सबसे घनी आबादी वाला क्षेत्र है। राफा में सोमवार को हुई स्ट्राइक में करीब 5 लोगों के मरने की खबर है। हमास को उसके ‘आखरी ठिकाने’ में हराने के लिए इजराइल ने राफा पर इंवेजन जारी रखने की प्रतिबद्धता दिखाई है। जिसपर अमेरिका ने इजराइल को चेतावनी दी है।