यूपी के गुन्नौर में जनसभा को संबोधित करते हुए बोले
गुन्नौर । मप्र के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि हम डरने वाले नहीं हैं। डरने वाले, डरते होंगे…हम नहीं डरते। हम मोदी जी के पट्ठें हैं। मोदी जी की सरकार में इस बात को जोर-शोर से रखते हैं कि जो सनातन धर्म को गाली देने वाले हैं उनसे हिसाब चुकता करने के लिए जनता तैयार है। वे शुक्रवार को उत्तरप्रदेश के बदायूं लोकसभा के गुन्नौर में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। सीएम डॉ. मोहन यादव ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में सभा को संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी के नेताओं पर निशाना साधा। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि तीन-चार दिन बाद वोट डलने वाले हैं। यहां यदुवंशियों की बड़ी संख्या बैठी हुई है। यह हमारा सौभाग्य भी है कि हम ऐसे भगवान श्री कृष्ण से जुड़ते हैं जिन्होंने सदैव धर्म मार्ग पर चलना सिखाया। कभी धर्म से समझौता नहीं किया। सीएम ने कहा कि मैं जिस जगह से आता हूं उस विधानसभा में 500 यादव भी नहीं है। उसके बावजूद भी आपके इस भाई को भाजपा मौका देती है। और मुख्यमंत्री के पद तक पहुंचाती है। इसीलिए मैं आप लोगों से भाजपा से जुडऩे की बात कहता हूं। भाजपा केवल कहती नहीं है सबका साथ- सबका विकास, यह करके दिखाती है। सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 12 प्रतिशत से ज्यादा आबादी यदुवंशियों की है लेकिन दुर्भाग्य से यहां के माननीय जी, उनके बेटा जी चार-चार बार इस प्रदेश में मुख्यमंत्री बनते हैं लेकिन किसी अन्य यादव बंधु को मौका नहीं देते। अब गुन्नौर से मुख्यमंत्री बनाकर बता देते। तब पता चलता। अब समाजवादी को विदा करने का समय आ गया है। भगवान कृष्ण ने उज्जैन में शिक्षा-दीक्षा ली मोहन यादव ने कहा कि मैं थोड़े दिन पहले शिक्षा मंत्री था, और शिक्षा मंत्री रहते मेरे मन में कसक थी कि हम अपने कॉलेज के बच्चों को शिक्षा देना चाहते हैं। लेकिन यह भी 5000 साल पुराना एक इतिहास है कि भगवान कृष्ण ने गोकुल, वृंदावन से आकर कंस को मारा था लेकिन कंस को मारने के बाद शिक्षा को ऐसा महत्व दिया कि वे उज्जैन के सांदीपनि आश्रम में शिक्षा ग्रहण करने गए। हम सबको भी संकल्प करना है कि शिक्षा की महत्व कितनी जरूरी है। सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि ये हमारी सरकार का निर्णय है कि शिक्षा के पाठ्यक्रम में भगवान कृष्ण के मुंह से निकली पवित्र गीता और अलग-अलग प्रसंग हम शिक्षा नीति में लाने वाले हैं। हम भगवान राम और कृष्णा को शिक्षा नीति में नहीं लेंगे तो किसको लेंगे? कांग्रेस-सपा के लोग देवदर्शन करने नहीं जाते राहुल गांधी और गांधी परिवार पर हमला बोलते हुए सीएम ने कहा- यहां वे अमेठी-रायबरेली से गए केरल में अटके। और केरल से वापस लौटकर यहां आ रहे हैं। लेकिन, यहां आने-जाने में जिन दोनों दलों की दोस्ती हो गई। हम तो कहीं फॉर्म भरने जाते हैं तो श्रद्धा के साथ कहीं देव दर्शन कर लेते हैं लेकिन कांग्रेस और समाजवादी के लोग ना तो मथुरा में कृष्ण जी के दर्शन करने जा रहे हैं और ना भगवान राम के दर्शन करने जा रहे हैं। तो इनका आशीर्वाद मिलेगा कहां से? ये केवल वोट लेने आएंगे। उनकी भगवान के ऊपर भरोसा और श्रद्धा नहीं है। यह इतने बड़े वर्ग का अपमान कर रहे हैं। भगवान राम के मंदिर का आनंद आ गया जैसे भगवान महाकाल का आनंद हो गया और बनारस का आनंद हो गया आप देखिए चुनाव के बाद की तैयारी है कि हम भगवान कृष्ण में के मथुरा में आनंद करेंगे यह इनका योगी आदित्यनाथ का सपना है जैसे ही मेरी सरकार बनी हमने कहा मध्य प्रदेश में अयोध्या के बाद भगवान ने 11 साल से तो कोर्ट में गुजरे तो चित्रकूट में प्राधिकरण बनाकर जहां-जहां भगवान राम के चरण पड़े जहां भगवान कृष्ण के चरण पड़े पूरे राज्य के अंदर हर स्थान को तीर्थ बनाएंगे