नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीट गांधी परिवार का गढ़ रही है। इस बार दोनो ही सीटों पर कांग्रेस ने ऐन वक्त् पर अपने उम्मीदवार फायनल किए हैं। यहां उम्मीदवार कौन होगा इसको लेकर सस्पेंस खत्म हो गया है। कांग्रेस ने शुक्रवार को नामांकन के आखि‍री द‍िन नई ल‍िस्‍ट जारी कर कांग्रेस नेता राहुल गांधी रायबरेली से लोकसभा के लिए उम्मीदवार बनाया है। वहीं गांधी पर‍िवार के करीबी केएल शर्मा को पार्टी ने अमेठी से मैदान में उतारा है। राहुल गांधी आज ही अपना नामांकन दाखिल करेंगे। इसको लेकर कांग्रेस कार्यलय में तैयारियां शुरू हो गई हैं। उधर, केएल शर्मा ने कहना है क‍ि अभी उनके पास अपनी उम्‍मीदवारी की जानकारी नहीं आई है। केएल शर्मा मूलत: लुधियाना के निवासी हैं और लंबे समय से गांधी परिवार के करीबी हैं। अमेठी व रायबरेली में वही चुनावी रणनीति बनाने और संचालित करने का काम करते आए हैं। रायबरेली का जिम्मा तो वह अब तक पूरी तरह उठाते आए हैं। अमेठी में जरूर पिछले दो चुनाव उनके बजाय भोपाल निवासी राहुल के करीबी नेता चंद्रकांत दूबे कमान संभालते रहे हैं। हालांकि, वह इस बार नहीं दिख रहे।

अमेठी से लड़ने को तैयार नहीं थे राहुल गांधी

नेहरू-गांधी परिवार ने अमेठी सीट छोड़ने और राहुल गांधी को रायबरेली से लोकसभा चुनाव लड़ाने का फैसला किया है। प्रियंका गांधी इस बार भी खुद लड़ने के बदले चुनाव प्रचार करेंगी। अमेठी में स्मृति ईरानी के खिलाफ कांग्रेस ने रायबरेली में सोनिया गांधी के प्रतिनिधि रहे केएल शर्मा को टिकट दिया है।

राहुल वायनाड के अलावा किसी और सीट से लड़ने को तैयार नहीं थे लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने उन्हें यूपी से लड़ने के लिए मना लिया है। प्रियंका गांधी पार्टी के नेताओं की तमाम कोशिश के बावजूद लड़ने को तैयार नहीं हुईं। स्मृति ईरानी कई दिनों से राहुल गांधी पर अमेठी से भागने का आरोप लगा रही थीं। शुक्रवार को दोनों सीट पर नामांकन का आखिरी दिन है। गांधी परिवार की मौजूदगी में दोनों सीट पर नॉमिनेशन और रोड शो की कांग्रेस ने तैयारी पूरी कर रखी है। राहुल गांधी का रायबरेली में भाजपा के दिनेश प्रताप सिंह से मुकाबला होगा जो 2019 में सोनिया गांधी से चुनाव हार चुके हैं। भाजपा ने भी लंबे इंतजार के बाद गुरुवार की दोपहर रायबरेली से योगी सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह को उतारा है। सोनिया गांधी के खिलाफ पिछले चुनाव में दिनेश प्रताप सिंह को जो वोट मिला वो सोनिया के खिलाफ अब तक लड़े सारे कैंडिडेट में सबसे ज्यादा था। पिछली बार की तरह इस बार भी राहुल दो सीटों से मैदान में हैं। राहुल केरल की वायनाड सीट से भी लड़ रहे हैं जहां से वो 2019 में जीते थे और इस बार भी लड़ रहे हैं।

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