तेलअवीव। इजराइल और हमास के बीच बीते कई महीनों से युद्ध चल रहा है। तबाही रोकने के लिए कई बार प्रयास किए गए हैं लेकिन परिणाम कुछ नहीं निकला। गाजा में इजरायली सैनिकों का कत्लेआम रोकने के लिए अमेरिका और चार मुस्लिम देश एकजुट हैं। सऊदी अरब में हाल ही में हुई मीटिंग में इस बात पर जोर दिया गया कि जल्द ही गाजा में संघर्ष विराम किया जाए। इसके लिए अमेरिका इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को मनाने की कोशिश कर रहा है। इस बीच नई डील से पहले ही नेतन्याहू ने अड़ंगा डाल दिया है।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को कसम खाई कि हमास के साथ समझौता हो या न हो, दोनों ही स्थिति में वह राफा में जमीनी हमला शुरू करेंगे। बता दें कि राफा शहर में 12 लाख से ज्यादा गाजावासियों ने शरण ले रखी है।
बेंजामिन नेतन्याहू ने इजरायली बंधकों के परिवारों के साथ एक बैठक में कहा कि उनके कार्यालय के अनुसार इज़रायल ने राफा से फिलिस्तीनी नागरिकों को निकालना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा, हम पूरी जीत हासिल करने के लिए राफा में प्रवेश करेंगे और समझौते के साथ या उसके बिना वहां हमास बटालियनों को खत्म कर देंगे। उन्होंने कहा, इजरायल राफा को फिलिस्तीनी क्षेत्र में हमास का आखिरी प्रमुख गढ़ मानता है। राफा गाजा का सबसे दक्षिणी शहर है, जहां करीब 12 लाख फिलिस्तीनियों ने शरण ले रखी है। उन्होंने यह टिप्पणी उस समय की है, जब इजरायल और हमास के बीच संघर्षविराम की बातचीत लगभग सात महीने से चल रही है। इस युद्ध को रोकने के लिए हाल ही में सऊदी अरब ने एक मीटिंग बुलाई थी, जिसमें अमेरिका, मिस्र, कतर, जॉर्डन देशों ने हिस्सा लिया था।