दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का विरोध करने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आलोचना की। शाह ने अमरावती से भाजपा उम्मीदवार नवनीत राणा और वर्धा के रामदास ताड़स के समर्थन में यहां एक चुनाव प्रचार जनसभा को संबोधित करते हुए दावा किया कि सरकार ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के लिए राहुल गांधी और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे को आमंत्रित किया था, लेकिन ये लोग समारोह में शामिल नहीं हुए।
उन्होंने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए आगे दावा किया कि श्री ठाकरे को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए निमंत्रण दिया गया था, लेकिन वह सोनिया गांधी के डर से इसमें शामिल नहीं हुए। उन्होंने दावा किया कि श्री ठाकरे के बाद राहुल गांधी को भी समारोह का निमंत्रण दिया गया था, लेकिन वह भी इसमें शामिल नहीं हुए। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने प्राण प्रतिष्ठा में शामिल न होकर भगवान राम का अपमान किया है। श्री शाह ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) (शरद पवार गुट) के प्रमुख शरद पवार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में शरद पवार ने अमरावती के नागरिकों से राणा को जिताने की अपील की थी लेकिन अब उन्होंने स्थानीय लोगों से माफी की पेशकश की है।
उन्होंने कहा कि अगर पवार माफी मांगना चाहते हैं तो उन्हें क्षेत्र के उन किसानों की विधवाओं से माफी मांगनी चाहिए जिन्होंने कथित तौर पर आत्महत्या की है। उन्होंने श्री पवार से जानना चाहा कि राज्य में कांग्रेस-राकांपा गठबंधन शासन के दौरान कई सिंचाई परियोजनाएं अधूरी क्यों थीं।भाजपा नेता ने आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी पर अफवाह फैलाने का आरोप लगाया कि अगर भाजपा को 400 सीटें मिलेंगी तो आरक्षण खत्म हो जाएगा। शाह ने कहा “लेकिन मैं आपको स्पष्ट रूप से बताता हूं कि भाजपा न तो आरक्षण जाने देगी और न ही इसे हटाएगी। यह मोदी की गारंटी है।