मास्‍को । यूक्रेन युद्ध के बीच रूस की सेना को नया ब्रह्मास्‍त्र मिलने वाला है। रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू ने इसकी पुष्टि की है कि रूसी एयर डिफेंस फोर्सेस को एस-500 एयर और मिसाइल डिफेंस इस साल मिलेगा है। उन्‍होंने बताया कि इस सिस्‍टम में दो नए बदलाव भी किए गए हैं।

शोइगू ने बताया कि यह अत्‍याधुनिक स‍िस्‍टम दो रूप में उपलब्‍ध होगा। पहला- बलिस्टिक मिसाइल डिफेंस सिस्‍टम और दूसरा- ज्‍यादा लंबी दूरी तक फाइटर जेट को मार गिराने वाले मिसाइल सिस्‍टम के रूप में दिया जाएगा। रूसी एस-500 मिसाइल सिस्‍टम को सबसे पहले साल 2015 में पेश किया गया था। इसके बाद से लगातार इसे डिजाइन किया जा रहा था और साल 2021 में इस ग्रीक देवता के नाम पर प्रोमेथस या गॉड ऑफ फायर नाम दिया गया था। साल 2021 के मई महीने में पुतिन ने इस बात की पुष्टि की थी कि एस-500 का टेस्‍ट किया गया है और यह सफल रहा है। हाल ही में रूसी सेना के हवाले से कहा गया था कि इस मिसाइल सिस्‍टम का बड़े पैमाने पर टेस्‍ट किया है। इस टेस्‍ट में रूसी सिस्‍टम ने हाइपरसोनिक मिसाइल को मार गिराने में अपनी काबिलियत का प्रदर्शन किया। इसके अलावा मिसाइल ने एक परमाणु सबमरीन से दागी गई क्रूज मिसाइल को भी मार गिराया था। एस-500 को रोड-मोबाइल एयर एंड मिसाइल डिफेंस स‍िस्‍टम माना जाता है जिसे रूस की कंपनी अलमाज एंटे ने बनाया है। इस सिस्‍टम की रेंज 600 किमी तक है। यह सिस्‍टम 800 किमी की दूरी से ही लक्ष्‍यों की पहचान कर लेता है। एस-500 सिस्‍टम एक साथ 10 सुपरसोनिक मिसाइलों को एक के बाद एक निशाना बनाने में सक्षम है। यह एयर डिफेस सिस्‍टम हाइपरसोनिक या मैक 10 की स्‍पीड से उड़ रही मिसाइलों को भी मार गिराने में सक्षम है। एस-500 की इतनी ज्‍यादा रेंज है कि वह दुश्‍मन की मिसाइलों, स्‍पेसक्राफ्ट और अंतर‍िक्ष में निचली कक्षा में चक्‍कर काट रहे हथियारों को भी तबाह करने में सक्षम हैं। इस अत्‍याधुनिक सिस्‍टम में मिसाइल के अंदर ही रेडार भी लगा होता है। एस 500 को एस-400, एस-300 और अन्‍य प्‍लेटफार्म के साथ एक सिंगल एयर एंड मिसाइल डिफेंस नेटवर्क में शामिल किया जा सकता है। लॉन्‍चर्स के अलावा एस-500 में एक कमांड पोस्‍ट व्‍हीकल, लक्ष्‍य की पहचान करने वाले रेडार, कई और अन्‍य रेडार भी शामिल होते हैं।

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