हिंदू नववर्ष का उत्सव सुबह 5 बजे से हो गया शुरू
भोपाल । प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में सहित प्रदेश भर में हिंदू नववर्ष परंपरागत तरीके से मनाया जा रहा है। बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में चैत्र शुक्ल प्रतिपदा गुड़ी पड़वा पर नगरवासियों ने आज सुबह 6 बजकर 27 मिनट पर सूर्य की पहली किरण को अर्घ्य प्रदान कर नवसंवत्सर का स्वागत किया। मोक्षदायिनी शिप्रा के दत्तअखाड़ा, रामघाट तथा कमल सरोवर पर आयोजन हो रहे हैं। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में नीम मिश्रित जल से भगवान महाकाल का अभिषेक कर पूजा अर्चना की गई। पुजारी नए पंचांग का पूजन कर रहे हैा। धर्मधानी में हिंदू नववर्ष का उत्सव मंगलवार सुबह 5 बजे ब्रह्म मुहूर्त से शुरू हो गया। पंचांगकर्ता, ज्योतिर्विद पं.आनंदशंकर व्यास के सानिध्य में बड़ा गणेश मंदिर से कलश यात्रा निकली। महिलाएं घंटे घड़ियाल की मंगल ध्वनि के साथ सिर पर 101 मंगल कलश लेकर निकली। बड़ा गणेश मंदिर से शुरू होकर यात्रा हरसिद्धि चौराहा, रामानुजकोट होते हुए शिप्रा तट पहुंची। इसके बाद शंख, शहनाई की मंगल ध्वनि के साथ नए साल के पहले सूर्य को अर्घ्य प्रदान किया गया। पश्चात नवसंवत्सर के फलित का वाचन हुआ। विद्वानों का सम्मान किया गया तथा नीम मिश्री का वितरण किया गया। कालिदास अकादमी स्थित कमल सरोवर पर गायत्री परिवार, संस्कार भारती, विक्रम विश्व विद्यालय सहित अनेक संस्थाओं द्वारा सूर्य को अर्घ्य प्रदान कर नवसंवत्सर का स्वागत किया गया। सामूहिक ध्यान,सामूहिक प्रार्थना, मंगल ध्वनि आदि कार्यक्रम हुए। शिप्रा के दत्त अखाड़ा घाट पर नवसंवत्सराभिनंदन समारोह समिति द्वारा सुबह 5.30 बजे से शिप्रा पूजन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इसके बाद सूर्य को अर्घ्य तथा नीम मिश्री का वितरण हुआ।