भोपाल समेत कई जिलों में हुई बूंदाबांदी…
भोपाल। उज्जैन, सिवनी, मलाजखंड सहित राजधानी भोपाल में रविवार को दिन में बूंदाबांदी हुई। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि सोमवार को भी मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहेगा। दक्षिण-पश्चिमी और दक्षिण-पूर्वी हिस्सों में ओले भी गिर सकते हैं। मौसम में जो बदलाव और गरज-चमक व बूंदाबांदी का क्रम दिख रहा है, उसमें मंगलवार से और बढ़ोतरी हो सकती है। देश में 10 और फिर 13 अप्रैल को दो पश्चिमी विक्षोभ पहुंचने का अनुमान है, जिससे इस तरह की गतिविधियां आने वाले पूरे सप्ताह तक जारी रह सकती है।
मौसम विभाग ने अनुमान व्यक्त किया है कि सोमवार को जबलपुर, नर्मदापुरम, शहडोल संभाग के जिलों सहित भोपाल और सागर के कुछ इलाकों में गरज-चमक और तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी हो सकती है। कहीं-कहीं ओले गिरने की भी आशंका है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। उत्तराखंड में एक द्रोणिका बनी हुई है।
ओडिशा से लेकर विदर्भ, कर्नाटक, तमिलनाडु और मराठवाड़ा होते हुए कोमरीन तक एक द्रोणिका बनी है। इन प्रणालियों के अलावा दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में एक चक्रवात बना हुआ है। प्रदेश को प्रभावित करने वाली मौसम प्रणालियों में बंगाल की खाड़ी में बना प्रति चक्रवात भी प्रमुख है, जो ताकतवर होता जा रहा है। यह सोमवार-मंगलवार तक और गहरा हो सकता है। इसके असर से हवाओं के साथ लगातार नमी आ रही है। इधर, हवाओं का रुख भी नमी लाने में मदद कर रहा है, जिससे गतिविधियां बढ रही हैं।
मौसम विभाग के पूर्व वरिष्ठ विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि 10 अप्रैल को एक पश्चिमी विक्षोभ देश में प्रवेश करेगा। इसी तरह एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के 13 अप्रैल को पहुंचने का अनुमान है। इनके असर से अन्य प्रणालियां बनेंगी और मजबूत होंगी। इसके असर से 10 अप्रैल से पूरे प्रदेश में बूंदाबांदी की गतिविधियां होंगी। इस दौरान ओलावृष्टि की आशंका भी बनेगी। प्रदेश में मंगलवार से मौसम का यह बदलाव बड़े हिस्से में दिखेगा, जो करीब पूरे सप्ताह तक चलता रहेगा।