पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के कुछ हिस्सों में अचानक आए तूफान ने भारी तबाही मचाई। तूफान की वजह से चार लोगों की मौत हो गई है, जबकि 100 लोगों के घायल होने की जानकारी मिल रही है। जिला मुख्यालय शहर और मैनागुरी जैसे आसपास के इलाकों में तेज हवाओं ने व्यापक क्षति पहुंचाई है। इस तूफान में कई घर नष्ट हो गए। साथ ही कई पेड़ भी उखड़ गए और बिजली के खंभे भी गिर गए हैं। अधिकारियों का कहना है कि राजारहाट, बरनीश, बकाली, जोरपकडी, माधबडांगा और सप्तीबारी इलाके इस तूफान की वजह से सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी तूफान की खबरों पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट भी किया है। अपने पोस्ट में उन्होंने लिखा कि ‘यह जानकर दुख हुआ कि आज दोपहर अचानक भारी बारिश और तूफानी हवाओं ने जलपाईगुड़ी-मैनागुड़ी के कुछ इलाकों में आपदा आई। इसमें मानव जीवन की हानि हुई।
साथ ही कई लोग घायल हुए हैं, घरों को नुकसान पहुंचा है और पेड़ तथा बिजली के खंभे आदि उखड़ गए हैं। जिला और ब्लॉक प्रशासन, पुलिस, डीएमजी और क्यूआरटी टीमें आपदा प्रबंधन कार्यों में जुट गईं है और राहत प्रदान की जा रही है। प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। मौत के मामले में परिजनों और घायलों को नियमानुसार जिला प्रशासन द्वारा मुआवजा प्रदान कराया जाएगा। मैं प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी हूं और मुझे यकीन है कि जिला प्रशासन बचाव और राहत प्रदान करने के सभी उपाय जारी रखेगा।’
मृतकों की पहचान सेनपारा निवासी दिजेंद्र नारायण सरकार (52), पहाड़पुर निवासी अनिमा बर्मन (45), पुतिमारी निवासी जगन रॉय (72) और राजारहाट निवाली समर रॉय (64) के रूप में हुई है। एक आपदा प्रबंधन अधिकारी ने कहा कि “बचाव अभियान जारी है।” वहीं धुपगुड़ी के विधायक निर्मल चंद्र रॉय ने बताया कि कई लोगों को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं इस तूफान से प्रभावित लोगों से मिलने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तत्काल जलपाईगुड़ी के लिए रवाना होंगी। आज रात में ही वह प्रभावित लोगों से मुलाकात करेंगी। इसके साथ ही तूफान से हुए नुकसान का जायजा भी लेंगी।