आतंकवादी केवल आतंक की भाषा समझते हैं: मेदवेदेव

मास्को। मॉस्को के मशहूर कॉन्सर्ट हॉल क्रोकस सिटी में हुए इस आतंकी हमले में अब तक 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. इस हमले की कथित जिम्मेदारी कथित रूप से आईएसआईएस ने ली है। इस भयानक आतंकी हमले को लेकर पूर्व रूसी राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि मॉस्को कॉन्सर्ट पर हुए आतंकवादी हमले के अपराधियों को ढूंढ कर उन्हें मौत के घाट उतार देना चाहिए। रूसी सूत्रों के मुताबिक, दिमित्री मेदवेदेव ने कहा कि आतंकवादी जवाब में केवल आतंक की भाषा समझते हैं. अगर ताकत का मुकाबला ताकत से नहीं किया जाता है, आंतकवादियों को मौत के घाट नहीं उतारा जाता है और आंतकवादियों के परिवारों पर कार्रवाई नहीं की जाती है तो जांच या ट्रायल का कोई फायदा नहीं है। आतंक से निपटने का यही दुनिया का तरीका है। बता दें शुक्रवार को मॉस्को शहर के पास एक कॉन्सर्ट हॉल में पांच बंदूकधारियों ने गोलीबारी की। जिसमें 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। वहीं, लगभग 150 लोग बुरी तरह घायल हो गए थे। पूर्व रूसी राष्ट्रपति ने दी कड़ी प्रतिक्रिया पूर्व रूसी राष्ट्रपति का यह बयान पुतिन के उस बयान से मेल खाता है जो उन्होंने 1999 में कहा था। पुतिन उस वक्त रूस के प्रधानमंत्री थे और उत्तरी काकेशस में आतंकवाद विरोधी कार्रवाई शुरू करने वाले थे। पुतिन ने उस वक्त कहा था, हम हर जगह आतंकवादियों को ढूंढ रहे हैं। अगर आतंकवादी हमें शौचालय में मिलते हैं तो हम उन्हें आउटहाउस में मौत के घाट उतार देंगे। शौचालय को कवर करने वाली जगह को आउटहाउस कहा जाता है. साल 2011 में अपने इस बयान पर टिप्पणी करते हुए पुतिन न कहा था कि उनके द्वारा इस्तेमाल शब्द किसी को बुरा लग सकता है, लेकिन इसके पीछे की भावना ईमानदार और सही थी।

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