लंदन । आयरलैंड के भारतवंशी प्रधानमंत्री लियो वराडकर ने बुधवार को अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया। 45 वर्षीय लियो वराडकर ने इस्तीफे के पीछे व्यक्तिगत और राजनीतिक कारणों का हवाला दिया। उन्होंने कहा, अभी पद छोड़ने के मेरे कारण व्यक्तिगत और राजनीतिक हैं, लेकिन मुख्य तौर पर राजनीतिक… कार्यालय में सात साल के बाद मुझे नहीं लगता कि अब मैं प्रधानमंत्री पद के लिए सबसे उपयुक्त व्यक्ति हूं। वराडकर के इस्तीफे की घोषणा से पूरा देश स्तब्ध हो गया और यह सवाल खड़े होने लगे कि आखिर लियो वराडकर ने किस वजह से इस्तीफा दिया। बता दें कि लियो का जन्म मुंबई में जन्मे पिता और आयरिश मां के घर पर हुआ था और उन्होंने 2017 से फाइन गेल पार्टी का नेतृत्व किया है। इसके साथ ही उन्हें देश के सबसे युवा और पहले समलैंगिक प्रधानमंत्री बनने का मौका मिला। 2017 से लेकर अब तक लियो वराडकर ने दो बार ताओसीच का पद संभाला। उन्होंने 2017 से 2020 के बीच पहली बार और दिसंबर 2022 से लेकर अब तक प्रधानमंत्री का पद संभाला। वराडकर ने कहा कि उनका मानना है कि अगले साल होने वाले आम चुनाव में उनकी पार्टी फाइन गेल के लिए सीटें हासिल करने के लिए एक नया नेता मुझसे बेहतर स्थिति में होगा। बता दें कि आयरलैंड के प्रधानमंत्री को ताओसीच के तौर पर जाना जाता है। उन्होंने आगे कहा कि स्थानीय यूरोपीय चुनाव लड़ने वाले वफादार सहकर्मी और अच्छे दोस्त हैं, और मैं उन्हें यथासंभव सर्वोत्तम मौका देना चाहता हूं। उन्होंने कहा, व्यक्तिगत स्तर पर मैंने ताओसीच होने का आनंद लिया है। हालांकि, राजनेता मनुष्य हैं और हमारी अपनी सीमाएं हैं। हम इसे तब तक सब कुछ देते हैं जब तक हम और नहीं दे सकते और फिर हमें आगे बढ़ना होगा।