लंदन । ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने देश के नागरिकों से लोकतंत्र को बचाने के लिए अपील की। उन्होंने चेतावनी देकर कहा कि चरमपंथी ताकतें देश को तोड़ने और इसकी बहु-धार्मिक पहचान को कमजोर करने के लिए तैयार रहती हैं। पीएम सुनक ने कहा कि जो लोग वीजा पर हैं, अगर उन्होंने नफरत फैलाने की कोशिश की, तब उनका वीजा रद्द किया जाएगा। उन्होंने प्रदर्शनकारियों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि शांतिपूर्ण प्रदर्शनों को चरमपंथी ताकतों द्वारा अपहरण न किया जाए। अपनी हिंदू मान्यताओं का जिक्र करते हुए, सुनक ने कहा कि यूनाइटेड किंगडम के स्थायी मूल्य सभी धर्मों और जातियों के प्रवासियों को गले लगाना सिखाते हैं। पीएम सुनक ने कहा कि आप मेरी तरह एक हिंदू और एक गौरवान्वित ब्रिटिश व्यक्ति हो सकते हैं, एक धर्मनिष्ठ मुस्लिम और एक देशभक्त नागरिक हो सकते हैं, जैसा कि बहुत से लोग हैं या एक लगन से काम करने वाले यहूदी व्यक्ति और अपने स्थानीय समुदाय का केंद्र हो सकते हैं और यह सब हमारे ईसाई चर्च की सहिष्णुता पर आधारित है। लेकिन मुझे डर है कि दुनिया के सबसे सफल एक से ज्यादा जाति और आस्था वाले लोकतंत्र के निर्माण में हमारी उपलब्धि को जानबूझकर कमजोर किया जा रहा है। देश के अंदर कुछ ताकतें हैं, जो हमें तोड़ने की कोशिश कर रही हैं। सुनक, रोशडेल उपचुनाव में फिलिस्तीन समर्थक जॉर्ज गैलोवे की जीत के बाद यह स्पीच दे रहे थे। उन्होंने कहा कि हाल ही में कई मौकों पर, ब्रिटेन की सड़कों पर छोटे समूहों ने कब्जा कर लिया है, जो ब्रिटिश मूल्यों के दुश्मन हैं और इसकी लोकतांत्रिक परंपराओं का सम्मान नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि मैं यहां हमारे देश के पहले अश्वेत प्रधानमंत्री के रूप में खड़ा हूं, जो हमारे देश के इतिहास में सबको साथ लेकर चलने वाली सरकार का नेतृत्व कर रहा है। इससे सभी जातियों, सभी धर्मों और सभी बैकग्राउंड के लोगों को पता चल रहा है कि यह आपकी त्वचा का रंग नहीं है, यह उस भगवान का रंग नहीं है, जिस पर आप विश्वास करते हैं। आपकी सफलता इससे नहीं तय होगी कि आप कहां पैदा हुए हैं, सिर्फ आपकी कड़ी मेहनत और कोशिश आपको कामयाब करेगी।

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