हैदराबाद । आंध्र प्रदेश की रहने वाली महज 4 माह की कैवल्या का नाम हाल ही में नोबल बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स दर्ज किया गया है। दरअसल उसके कारनामे देखकर कर हर कोई दांतों तले उंगली दबा रहा है। नन्हीं कैवल्या का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर इन दिनों खूब वायरल हो रहा है। इसमें वह 120 फ्लैशकार्ड की पहचान करती दिख रही हैं। इन फ्लैशकार्ड में 12 फूल, 27 सब्जियां, 27 फल, 27 जानवर और 27 पक्षी है। 4 महीने की कैवल्या ने अपने हुनर से हर किसी को हैरान कर रखा है। नन्हीं कैवल्या का नाम हाल ही में नोबल बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है। कैवल्या के हुनर का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सिर्फ 4 महीने की उम्र में वह सब्जियों, तस्वीरों, जानवरों और पक्षियों समेत 120 चीजों की पहचान कर सकती हैं। कैवल्या के हुनर की हर तरफ तारीफ हो रही है। कैवल्या की मां हेमा ने सबसे पहले अपनी बच्ची के इस हुनर को पहचाना। उन्होंने सोचा कि कैवल्या का क्यों न एक वीडियो बनाया जाए और इसे दुनिया तक पहुंचाया जाए। हेमा ने इस वीडियो को नोबल वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के लिए भेजा। नोबल वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने कैवल्य की प्रतिभा को जांचा और उसका नाम वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज किया। नोबल वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की ओर से कैवल्या को सर्टिफिकेट प्रदान किया गया है। कैवल्या ने ये रिकॉर्ड 3 फरवरी 2024 को बनाया। कैवल्या को 100 से अधिक फ्लैशकार्ड पहचानने वाला दुनिया का पहला चार महीने का बच्चा कहा गया। कैवल्या का जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, इसमें वह 120 फ्लैशकार्ड की पहचान करती दिख रही हैं। इन फ्लैशकार्ड में 12 फूल, 27 सब्जियां, 27 फल, 27 जानवर और 27 पक्षी है। इस वीडियो में कैवल्या और उनका परिवार मेडल के साथ नजर आ रहे हैं। इस वीडियो को सोशल मीडिया पर कैवल्या की काफी तारीफ हो रही है। बच्ची के परिवार ने सभी का समर्थन देन के लिए धन्यवाद कहा है। परिवारवालों का कहना है कि शुरुआत में नोबेल वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के लोग भी बच्ची की इस प्रतिभा को देखकर हैरान रह गए थे। बाद में उन्होंने प्रतिभा का परीक्षण कर चार महीने की कैवल्या का नाम वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल कर लिया। इधर कैवल्या की मां को उम्मीद है कि उनकी बच्ची की कहानी अन्य माता पिता को भी अपने बच्चे की प्रतिभा की पहचान करने के लिए प्रेरित जरूर करेगी।