मुख्यमंत्री ने नर्मदापुरम में विकास कार्यों की संभागीय समीक्षा की
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि सभी कलेक्टर्स अपने-अपने क्षेत्र के जन-प्रतिनिधियों के साथ त्रैमासिक बैठक एक सप्ताह में करें। उसके बाद अगले सप्ताह से संभागीय स्तर पर त्रैमासिक बैठक आयोजित करें जिससे जिलों में चल रहे विकास कार्य की समीक्षा की जा सके। मुख्यमंत्री डॉ. यादव शुक्रवार को नर्मदापुरम में विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कलेक्टर 23 फरवरी को त्रैमासिक बैठक करें और संभागीय स्तर पर संभाग के प्रभारी एसीएस की उपस्थिति में 24 फरवरी को जनप्रतिनिधियों के साथ चर्चा करें। बैठक में विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा, श्री विजयपाल सिंह, श्री ठाकुरदास नागवंशी, श्री प्रेमशंकर वर्मा एवं डॉ. योगेश पंडाग्रे, श्री चन्द्रशेखर देशमुख भी उपस्थित रहे।
ग्रीष्मकालीन पेयजल प्रबन्धन दूरस्त रहे
मुख्यमंत्री डॅा. यादव ने कहा है कि निकट समय में गरमी के आने के पूर्व पेयजल स्त्रोतों पर ध्यान दें। नल-जल योजना को समय पर पूर्ण करें जिससे गर्मियों में पेयजल की समस्या का सामना आमजन को नहीं करना पडे। शासन की योजनाएं प्रारंभ होती है परन्तु इन्हें समय पर पूर्ण करवाना हमारा और आपका दायित्व है। आमला विधायक डॉ. योगेश पंडाग्रे नें जिले में पटवारियों की कमी का हवाला देते हुए कहा कि एक पटवारी के पास तीन-तीन हलके होने के कारण पटवारी कार्य पर पूरा ध्यान नहीं दे पाते। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि शीघ्र ही पटवारियों की पदस्थापना की जाएगी। उन्होंने आयुक्त से जिलों की आवश्यकताओं के लिए जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय कर उनका निराकरण करनें के निर्देश दिए।
भूमिपूजन एवं लोकार्पण की करें तैयारी
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि सभी अपने-अपने क्षेत्र में हो चुके और स्वीकृत विकास कार्यों को सूचीबद्ध कर लें। आचार संहिता के पूर्व ऐसे सभी विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन प्रारंभ करें। लघु एवं छोटे कार्यों का स्थानीय विधायकों से लोकार्पण और भूमिपूजन कराएं।
विभागवार की गई समीक्षा
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने राजस्व महाअभियान के अंतर्गत लंबित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए विधायकों से पूछा कि आपके जिले में चल रहे राजस्व महाअभियान की जानकारी आपको है क्या? विधायकों द्वारा सहमति दिए जाने पर मुख्यमंत्री ने जिलेवार राजस्व कार्यों की समीक्षा की। समीक्षा में बंटवारा, नामांतरण एवं सीमांकन के 76 प्रतिशत प्रकरण निराकृत किये गये। पीएम स्वामित्व योजना के तहत 2400 प्रकरण दर्ज किये गये। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, नल-जल योजना, सीएम राइज़, किसान कल्याणस्वरोजगार योजना एवं योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की।