श्रीनगर। धीरे-धीरे इंडिया अलायंज का कुनबा टूटजा जा रहा है। अब जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेन्स के नेता फारूक अब्दुल्ला भी इंडिया से दूर हो गए हैं। वह अपने बूते चुनाव लड़ेंगे। अब जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आता जा रहा है, वैसे-वैसे इंडिया अलायंस के साथी एक-एक कर अलग हो रहे हैं। हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेन्स के नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि उनकी पार्टी अपने दम पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी। जानकारी के मुताबिक जब पत्रकारों ने सीनियर अब्दुल्ला से इंडिया अलायंस में सीट शेयरिंग पर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि जहां तक सीट शेयरिंग का सवाल है तो मैं एक बात क्लियर कर देता हूं कि नेशनल कॉन्फ्रेन्स अपने बल-बूते पर चुनाव लड़ेगी, इसमें कोई दो राय नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि विधानसभा और लोकसभा के चुनाव यानी दोनों चुनाव एकसाथ होंगे। हालांकि जब से बिहार के सीएम और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने एनडीए को पकड़ा है, तभी से इंडिया अलायंस के भविष्य को लेकर सवाल उठते रहे हैं।
राष्ट्रीय लोकदल ने भी नाता तोड़ा
जेडीयू के बाद रालोद ने भी इस गठबंधन से नाता तोड़ते हुए बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए का दामन थाम लिया है। उधर, ममता बनर्जी भी अकेले ही चुनाव लड़ने जा रही हैं। वहीं आम आदमी पार्टी भी सीट बंटवारे के मुद्दे पर सख्त रुख अपनाए हुए है। देश के सबसे बड़े प्रदेश उत्तर प्रदेश, जहां लोकसभा की 80 सीटें हैं, वहां भी समाजवादी पार्टी से कांग्रेस का ठोस गठबंधन नहीं हो सका है। सपा ने एकतरफा कांग्रेस के लिए 11 सीटें छोड़ दी हैं। कुल मिलाकर बीजेपी को हराने के लिए बना 28 दलों का इंडिया अलायंस धीरे-धीरे टूटता ही जा रहा है।