अबु धाबी। यूएई में पहला और भव्य मंदिर बनकर तैयार हो गया है। मंदिर में भगवान की प्राण प्रतिष्ठा के लिए हवन पूजन शुरु हो गया है। शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर का उद्घटन करेंगे। मंदिर को बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था यानी बीएपीएस ने बनाया है। इसकी लागत 700 करोड़ रुपए आई है। पीएम मोदी 13 जनवरी को दुबई पहुंचे थे। यहां उन्होंने राष्ट्रपति जायद अल नाहयान से मुलाकात की। इस दौरान दोनों के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई। भारतीय समुदाय को भी संबोधित किया। 65 हजार भारतीयों से कहा- राष्ट्रपति नाहयान ने मंदिर के प्रस्ताव को बगैर एक पल भी गंवाए हां कहा दिया। उन्होंने मुझसे यह तक कह दिया था कि जिस जमीन पर आप लकीर खींच देंगे, मैं वो आपको दे दूंगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के यूएई दौरे पर हैं। 2015 में जब प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी पहली बार यूएई के दौरे पर गए थे, तब यूएई ने मंदिर के लिए 13.5 एकड़ जगह देने की घोषणा की थी। 2019 में इस मंदिर के लिए 13.5 एकड़ जमीन और दी गई। 2015 में कतर के मीडिया हाउस अल जजीरा में छपी रिपोर्ट के मुताबिक इस मंदिर के लिए एक मुस्लिम बिजनेसमैन ने भी 5 एकड़ जमीन दी थी। दोपहर 1:30 बजे के करीब पीएम मोदी वर्ल्ड गवर्नमेंट समिट में हिस्सा लेंगे। वो दुबई में आयोजित होने वाले वर्ल्ड गवर्नमेंट समिट 2024 में सम्मानित अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इसके साथ ही शिखर सम्मेलन में एक विशेष संबोधन देंगे। इस समिट का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना है और सरकारों को भविष्य के चुनौतियों के लिए इनोवेटिव सॉलुशन की पहचान करने में मददगार होना है। इस साल का थीम भविष्य की सरकारों को आकार देना तय किया गया है। मंदिर को अरब के कारीगरों के अलावा जयपुर के मोहम्मद अजमल भी सजा रहे हैं। वो अगले चार साल तक इस मंदिर के फर्श को अपने हुनर से सजाने का काम करेंगे। मोहम्मद अजमल लक्ष्मी निवास मित्तल के लंदन स्थित घर का भी डेकोरेशन कर चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने मक्का में हरम शरीफ में पत्थर पर कुरआन उकेरी थी।