हल्द्वानी। बीते गुरुवार को हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हुए उपद्रव को उत्तरखंड सरकार ने गंभीरता से लिया है। अब तक करीब 5 हजार लोगों पर प्रकरण दर्ज किया गया है। उपद्रव करने वाले एक एक व्यक्ति को चिन्हित किया जा रहा है। जो भी इस षडयंत्र के पीछे हैं उन्हे जांच एजेंसिया दबोच रहीं हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। आगे से इस तरह की घटनाएं न हों इसके लिए भी प्रयास किए जा रहो हैं। इस मामले पर आज राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धाम ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए साफ कर दिया कि उपद्रव करने वालों को लेकर कोई रियासत नहीं बरती जाएगी। उनके खिलाफ एक्शन होगा और कानून अपना काम करेगा। जिन लोगों ने सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है उसकी भरपाई भी उन्ही को करना पड़ेगी। राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि देवभूमि की फिजा खराब करने का प्रयास किया गया है। ऐसे हालात कभी नहीं हुए। कानून अपना काम करेगा। पत्रकारों से हुई वार्ता में सीएम ने कहा कि अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए टीम गई थी, उस पर सुनियोजित हमला किया गया। पुलिस कर्मियों, अधिकारियों को टारगेट किया गया, विशेषकर महिला पुलिस कर्मियों को मारा-पीटा गया है। धामी ने कहा कि जिन लोगों ने सरकारी संपत्ति या निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है, उन उपद्रवियों को चिह्नित कर उनसे नुकसान की भरपाई कराई जाएगी। जिला प्रशासन शनिवार को कर्फ्यू में छूट को लेकर फैसला ले सकता है। जिला प्रशासन के अनुसार इस संबंध में जल्द निर्णय लिया जा सकता है। बृहस्पतिवार को बनभूलपूरा में हिंसा के बाद से कोई अन्य अप्रिय घटना नहीं हुई। बनभूलपुरा हिंसा मामले में पुलिस ने एसओ मुखानी, सहायक नगर आयुक्त और एसओ बनभूलपुरा की तहरीर पर 18 नामजद समेत पांच हजार उपद्रवियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। घटनास्थल और आसपास के इलाके से पांच शव बरामद कर लिए गए हैं। एक व्यक्ति की मौत बरेली ले जाते समय हो गई, हालांकि प्रशासन ने इसकी पुष्टि नहीं की है। बनभूलपुरा क्षेत्र में हुए बवाल के बाद सुरक्षा के दृष्टिगत शहर में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई। इससे लोगों का आमजीवन काफी प्रभावित रहा। कर्फ्यू लगने से घरों में कैद लोग बिना इंटरनेट के काफी परेशान रहे। शहर में बृहस्पतिवार रात करीब दस बजे से इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी। बीएसएनएल, वोडाफोन, एयरटेल, जियो समेत अन्य नेटवर्क पर इंटरनेट सेवा संचालित नहीं हो पाई। ऐसे में सैकड़ों यूजर्स सूचना न मिल पाने के कारण परेशान रहे। इंटरनेट सेवा बंद होने से वर्क फ्राॅम होम से जुड़े लोगों का काम प्रभावित रहा वहीं परीक्षा की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को भी खासी दिक्कत हुई। बीएसएनएल के डीजीएम भीम बहादुर ने बताया कि पुलिस प्रशासन की ओर से जब तक अनुमति नहीं दी जाएगी तब तक संचार सेवा सुचारु नहीं होगी। बताया कि शहर के बाहरी क्षेत्र में भी इंटरनेट को बंद किया जा रहा है, जिस कारण किसी भी प्रकार से सोशल मीडिया के पोस्ट या अन्य किसी माध्यम से शहर में अराजकता का माहौल न बने।

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