इस्लामाबाद। चुनावी नतीजों के ताजा रुझानों से पूर्व पीएम नवाज शरीफ को डबल झटका लगा है। उनकी पार्टी का प्रदर्शन आशा के अनुरूप होता नहीं दिख रहा है। दूसरा वह दोनों सीटों पर पीछे चल रहे हैं। इस बीच, नवाज शरीफ के भाई और पूर्व प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ चुनाव जीत गए हैं। पाकिस्तान के चुनाव आयोग के हवाले से कहा गया है कि शहबाज शरीफ ने लाहौर की एनए-123 सीट पर 63,953 वोटों से जीत दर्ज की है। उधर, खबर है कि चुनावी निराशा से परेशान होकर नवाज शरीफ ने देर रात ही पार्टी का दफ्तर छोड़ दिया है। अब इस बात की आशंका जताई जा रही है कि वह फिर से विदेश भाग सकते हैं। इमरान खान के समर्थकों ने दावा किया है कि उनकी पार्टी 154 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। पीटीआई ने यह भी दावा किया है कि नवाज शरीफ नेशनल असेंबली की मनसेहरा और लाहौर दोनों सीटों से हार रहे हैं। पाकिस्तान में सोशल मीडिया पर इस वक्त कई पोस्ट वायरल हो रहे हैं। इनमें दावा किया जा रहा है कि आज रात तक नवाज शरीफ लंदन भाग जाएंगे। हालांकि, डॉन ने इस दावे को गलत बताया है। पीएमएल-एन प्रमुख नवाज शरीफ लाहौर के एनए-130 सीट पर पीटीआई समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवार डॉ यास्मीन राशिद से पीछे चल रहे हैं। इसी तरह, पीपीपी प्रमुख बिलावल भुट्टो जरदारी लाहौर के एनए-127 सीट पर पीछे चल रहे हैं। हालांकि, शरीफ के छोटे भाई शहबाज लाहौर के एनए-123 क्षेत्र में अपने प्रतिद्वंद्वियों से आगे हैं। पीटीआई के उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरैशी की बेटी मेहर बानो कुरैशी एनए-151 (मुल्तान) में अपने प्रतिद्वंद्वियों से आगे हैं। बता दें कि जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार देश भर के कई निर्वाचन क्षेत्रों में आगे चल रहे हैं। वे पंजाब प्रांत में भी पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन को कड़ी चुनौती दे रहे हैं, जो शरीफ का गढ़ माना जाता है। मतगणना के शुरुआती रुझानों से यह जानकारी सामने आई है। 71 वर्षीय इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के उम्मीदवार निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं क्योंकि उच्चतम न्यायालय ने उनकी पार्टी को उसके चुनाव चिह्न क्रिकेट का बल्ला से वंचित करने के चुनाव आयोग के फैसले को बरकरार रखा था। खान और जेल में बंद अन्य प्रमुख राजनीतिक हस्तियों ने अडियाला जेल से डाक मतपत्रों के माध्यम से मतदान किया। पाकिस्तान में नई सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 265 सीट में से 133 सीट जीतनी होंगी। नेशनल असेंबली की 336 सीटों में से 266 पर ही मतदान कराया जाता है। फिलहाल बाजौर में, हमले में एक उम्मीदवार की मौत हो जाने के बाद वहां मतदान स्थगित कर दिया गया है।

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