उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने निर्देश दिए हैं कि प्रदेश के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को प्रथम संदर्भन इकाई (एफ़आरयू) के रूप में विकसित किये जाने के लिए गाइडलाइन अनुसार विशेषज्ञ चिकित्सकों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति के लिये विचार विमर्श कर प्रचलित मानकों के आधार पर प्रस्ताव प्रस्तुत करें। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने मंत्रालय वल्लभ भवन के सभाकक्ष में प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण की समीक्षा की।
मैनपावर उपलब्धता के लिये सतत रूप से प्रयास किए जायें
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राथमिक स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त और सुदृढ़ करने के लिए शासन प्रतिबद्ध हैं। अधोसंरचनात्मक विकास कार्य वृहद् स्तर पर किए जा रहे हैं। मैनपावर उपलब्धता के लिये सतत रूप से प्रयास किए जायें। उप मुख्यमंत्री ने सीधी भर्ती, संविदा, बंध पत्र, आउटसोर्स समस्त उपलब्ध माध्यमों के आधार पर प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।
तकनीकी अथवा अन्य औपचारिकताओं की वजह से कार्यों में देरी न हो
उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने सतना मेडिकल कॉलेज से संबद्ध चिकित्सालय के निर्माण कार्य, सिंगरौली में एमसीएच के निर्माण कार्य की वस्तुस्थिति की समीक्षा कर शीघ्र कार्य निष्पादन के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि तकनीकी अथवा अन्य किसी औपचारिकता की कमी से कार्यों में देरी नहीं होनी चाहिए। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मो. सुलेमान, आयुक्त स्वास्थ्य सेवाएँ डॉ सुदाम खाड़े, मिशन संचालक एनएचएम प्रियंका दास, आयुक्त चिकित्सा शिक्षा तरुण कुमार पिथौड़े, सचिव चिकित्सा शिक्षा सुरभि गुप्ता, अपर आयुक्त चिकित्सा शिक्षा डॉ पंकज जैन उपस्थित थे।