पाक के केयर टेकर पीएम और आर्मी चीफ के Pok को लेकर बिगड़े बोल

इस्लामाबाद। भीषण आर्थिक तंगी झेल रहा पाकिस्तान इस समय दाने-दाने को मोहताज़ के लिए मोहताज़ है। यहां मेह्गाई चरम पर है फिर भी उसे भारत से जंग की चाहत है ,उसके नेताओं द्वारा दिए गए हालिया बयानों से तो ऐसा ही लगता है.अभी हाल ही में के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में हिंसा के लिए भारत पर निशाना साधा और कहा कि इस्लामाबाद नई दिल्ली के किसी भी हमले का सामना करने के लिए तैयार है। काकर ने तथाकथित कश्मीर दिवस पर एक हॉल को संबोधित करते हुए कहा कि भारत सरकार लगातार गिलगित-बाल्टिस्तान पर दावा करती रही है। अगर भारत पाकिस्तान पर हमला करने की सोच रहा है तो हम इसके लिए तैयार हैं। उनका यह भड़काऊ बयान देश में आम चुनाव होने से ठीक तीन दिन पहले आया है।

वहीं, पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने कहा कि देश पर हमला करने वालों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। मुनीर ने भारत पर उनके देश में व्यक्तियों को निशाना बनाने का आरोप लगाते हुए कहा, पाकिस्तानी सेना खतरे की पूरी स्थिति से अच्छी तरह वाकिफ है और प्रभावी ढंग से जवाब देने के लिए हमेशा तैयार है। मुनीर ने कहा कि नियंत्रण रेखा के सारियान सेक्टर के दौरे के दौरान उन्हें एलओसी पर ताजा स्थिति के बारे में जानकारी दी गई है।

पाक ने लगाया था ये आरोप

 

पाकिस्तान ने पिछले महीने दावा किया था कि उसके पास जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े दो पाकिस्तानी आतंकवादियों की हत्या में “भारतीय एजेंटों” के बीच संबंधों के “विश्वसनीय सबूत” हैं। भारत ने पिछले साल सियालकोट और रावलकोट में दो पाकिस्तानी आतंकवादियों की हत्या में भारतीय एजेंटों को शामिल करने के पाकिस्तान के आरोपों को “झूठा और दुर्भावनापूर्ण” प्रचार बताते हुए खारिज कर दिया था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि यह झूठा और दुर्भावनापूर्ण भारत विरोधी प्रचार करने का पाकिस्तान का नवीनतम प्रयास है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान “जो बोएगा वही काटेगा”। उन्होंने कहा, “अपने कुकर्मों के लिए दूसरों को दोषी ठहराना न तो औचित्य हो सकता है और न ही समाधान।

 

कार्यवाहक प्रधानमंत्री के साथ थे मनीर

इससे पहले दिन में जनरल मुनीर “कश्मीर दिवस” ​​के अवसर पर मुजफ्फराबाद की यात्रा के दौरान कार्यवाहक प्रधानमंत्री और कश्मीर के तथाकथित प्रधान मंत्री अनवारुल हक के साथ गए थे, जिसे पाकिस्तान हर साल 5 फरवरी को मनाता है। दिलचस्प बात यह है कि यह दौरा उसी दिन हुआ जब भारत ने जम्मू-कश्मीर के लिए 13 अरब डॉलर का बजट आवंटित किया था।

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