दुबई के शेख करेंगे मोदी का स्वागत…
अयोध्या में रामलला विराजमान हो गए हैं। अयोध्या नगरी में करीब 500 साल बाद रामलला भव्य मंदिर में विराजित हुए हैं। अब एक और मुस्लिम देश में भी भव्य और दिव्य हिंदू मंदिर तैयार हो गया है। प्रधानमंत्री अयोध्या के बाद अब इसी महीने 14 फरवरी को इस भव्य मंदिर का उद्घाटन करेंगे। यह मंदिर यूएई यानी संयुक्त अरब अमीरात में बनकर तैयार हुआ है। इसके लिए पीएम मोदी यूएई के दौरे पर जाएंगे, जहां मंदिर का उद्घाटन और उसके बाद वे विशाल भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे। इसे लेकर भारतीय मिशन के अधिकारी तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे हैं।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पीएम मोदी 13 फरवरी को अबू धाबी के शेख जायद स्टेडियम में भारतीय समुदाय के कार्यक्रम अहलान मोदी (हैलो मोदी) को संबोधित करेंगे। उसके बाद 14 फरवरी को यूएई की राजधानी में BAPS में हिंदू मंदिर में समापन समारोह में हिस्सा लेंगे। BAPS स्वामीनारायण संस्था की प्रेस रिलीज में कहा गया है, ‘धार्मिक परिसर का निर्माण पूरा होने के करीब है। हालांकि प्रधानमंत्री मोदी की यूएई यात्रा की अभी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। वहीं अहलान मोदी कार्यक्रम के बारे में संयुक्त अरब अमीरात में भारत के राजदूत संजय सुधीर ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि स्वागत समारोह स्थल पर हजारों की संख्या में लोग जुटेंगे।
भव्य कार्यक्रम के लिए रजिस्ट्रेशन पोर्टल, ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था
UAE के कार्यक्रम को सुचारू बनाने के लिए एक रजिस्ट्रेशन पोर्टल स्थापित किया गया है और लोगों को कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने के लिए ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था की गई है। यह कार्यक्रम UAE में 150 भारतीय सामुदायिक संगठनों द्वारा मिलकर आयोजित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी UAE में जिस मंदिर का उद्घाटन करेंगे, उसे तीन साल के दौरान राजस्थान और गुजरात के दो हजार से ज्यादा कारीगरों ने तैयार किया है।
20 हजार वर्गमीटर के दायरे में बना है मंदिर
यूएई के राजदूत ने बताया कि 13 फरवरी को शेख जायद स्पोर्ट्स सिटी स्टेडियम में भव्य प्रवासी सभा होगी। 2020 की एक रिपोर्ट के मुताबिक यूएई में सबसे बड़ी भारतीय प्रवासियों की आबादी रहती है, जो 35 लाख है। 14 फरवरी को खुलने जा रहा है यह अबू धाबी का पहला हिंदू मंदिर है, जो अल वाकबा जगह पर 20,000 वर्ग मीटर की जमीन पर बना है। इस मंदिर को बेहद अत्याधुनिक शैली में तैयार किया गया है।
2018 में पीएम मोदी ने रखी थी आधारशिला
प्राचीन और पाश्चात्य आर्किटेक्चर के मेल से बने इस मंदिर की नक्काशी बेजोड़ है। इस मंदिर को शाही, पारंपरिक हाथ से नक्काशी किए गए पत्थरों से बनाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मंदिर की आधारशिला 2018 में रखी थी। ऐसे में उद्घाटन से पहले तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।