केंद्र सरकार से मप्र को मिलीं 95 लाख डोज
भोपाल। मध्यप्रदेश के 26 जिलों को शुरू में टीबी से बचाव के टीके लगाए जाएंगे। केंद्र सरकार की ओर से मध्यप्रदेश को 95 लाख डोज मिले हैं। प्रदेश में पहली बार 18 वर्ष से ऊपर के लोगों को टीबी से बचाव का टीका लगाया जाएगा। टीकाकरण की शुरुआत फरवरी के दूसरे पखवाड़े या मार्च में होगी। इन जिलों में टीका लगाने के बाद उसके प्रभाव का परीक्षण किया जाएगा। इसके बाद बाकी जिलों में टीकाकरण का निर्णय लिया जाएगा। इन जिलों का चयन किसी प्राथमिकता के आधार पर नहीं, बल्कि सामान्य रूप से किया गया है। टीकाकरण के लिए भारत सरकार से 95 लाख डोज शनिवार को प्राप्त हो गई हैं। टीबी के जोखिम वाले छह श्रेणी के लोगों को यह टीका लगाया जाएगा।इसमें धूम्रपान और तंबाकू का सेवन करने वाले भी शामिल हैं। टीका की सिर्फ एक डोज निश्शुल्क लगाई जाएगी। सर्वे कर हितग्राहियों को चिह्नित कर लिया गया है। सर्वप्रथम प्रदेश के आगर मालवा, अशोक नगर, बड़वानी, भिंड, भोपाल, छिंदवाड़ा, दमोह, देवास, ग्वालियर, हरदा, होशंगाबाद, जबलपुर, कटनी, मंडला, मुरैना, नरसिंहपुर, पन्ना, रायसेन, रतलाम, सतना, सीहोर, शहडोल, श्योपुर, सिंगरौली, टीकमगढ़ और उमरिया जिले में टीकाकरण किया जाएगा। डायबिटीज से पीड़ित, धूम्रपान या तंबाकू का सेवन करने वाले, 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोग, जिनका बाडी मास इंडेक्स (बीएमआइ) 18 से कम है यानी कमजोर हैं, जिन्हें पांच वर्ष से टीबी है और वर्ष 2021 के बाद से टीबी से प्रभावित लोगों की देखभाल करने वाले लोगों को टीका लगाया जाएगा। इस बारे में राज्य टीकाकरण अधिकारी डा. संतोष शुक्ला का कहना है कि बड़ों को टीबी से बचाव का टीका लगाने की शुरुआत फरवरी के दूसरे पखवाड़े या मार्च में होगी। इसके लिए डोज भी मिल गई हैं। जोखिम समूह में शामिल पांच श्रेणियों के लोगों को टीका लगाया जाना है।