बच्चों ने अपनी उपलब्धियों का विवरण साझा किया; साथ ही प्रधानमंत्री से कई सवाल भी पूछे
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को सुबह अपने आवास, 7 लोक कल्याण मार्ग पर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (पीएमआरबीपी) विजेताओं के साथ बातचीत की। प्रधानमंत्री ने प्रत्येक पुरस्कार विजेता को स्मृति चिन्ह भेंट किए और फिर उनके साथ खुलकर बातचीत की। बच्चों ने अपनी उन उपलब्धियों का विवरण साझा किया, जिनके कारण उन्हें पुरस्कार के लिए चुना गया है। संगीत, संस्कृति, सौर ऊर्जा के साथ-साथ बैडमिंटन, शतरंज जैसे खेलों व अन्य विषयों पर चर्चा हुई।
बच्चों ने प्रधानमंत्री से कई सवाल भी पूछे, जिनमें से एक का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि सभी प्रकार के संगीत में उनकी रुचि है और बताया कि यह कैसे उन्हें ध्यान में मदद करता है। प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना के कल हुए शुभारंभ के बारे में पूछे जाने पर, प्रधानमंत्री ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए सौर ऊर्जा के उपयोग के लिए उनके द्वारा उठाए गए कदमों को याद किया और यह भी बताया कि इस योजना से लोगों को कैसे लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री ने बच्चों के साथ आज के दिन के महत्व के बारे में भी चर्चा की और उन्हें पराक्रम दिवस के बारे में बताया। प्रधानमंत्री ने बच्चों को बताया कि सरकार कैसे नेताजी सुभाष चंद्र बोस की विरासत का सम्मान कर रही है।
भारत सरकार सात श्रेणियों में असाधारण उपलब्धि के लिए बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित करती है। ये श्रेणियां हैं – कला और संस्कृति, बहादुरी, नवाचार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सामाजिक सेवा, खेल और पर्यावरण। प्रत्येक पुरस्कार विजेता को एक पदक, प्रमाण पत्र और प्रशस्ति पुस्तिका दी जाती है। इस वर्ष, देश भर से 19 बच्चों को विभिन्न श्रेणियों के तहत पीएमआरबीपी-2024 के लिए चुना गया है। पुरस्कार पाने वालों में 18 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के 9 लड़के और 10 लड़कियां शामिल हैं।