MP में सतना के पुष्कर्णी सरोवर में …
सतना । श्री राम वनवास काल के दौरान साढ़े ग्यारह वर्ष धर्म नगरी चित्रकूट में रहे हैं। श्री राम भगवान अपने वनवास काल के दौरान वह कई जगहों पर गए हैं और सब की अलग-अलग मान्यताएं हैं। किवदंतियों से मिली जानकारी के अनुसार आज हम एक ऐसे सरोवर के बारे में बताने जा रहे हैं। जहां प्रभु श्री राम ने अपने खून से लथपथ कपड़े और अस्त्र शस्त्र धोकर स्नान किया था।जी हां हम बात कर रहे हैं चित्रकूट के टिकारिया ग्राम पंचायत में बने पुष्कर्णी अमृत सरोवर की। जहां श्री राम ने अपने वनवास काल के दौरान यहां से कुछ ही दूर जंगल में विराध जैसे राक्षस का वध किया था।राक्षस का वध करने के दौरान भगवान श्री राम के कपड़े व उनका धनुष खून से लथपत हो गया था।इसके बाद प्रभु श्री राम ने वही पास में बने इस पुष्कर्णी सरोवर में अपने कपड़े वा अस्त्र शस्त्र को धोकर स्नान किया था।
मंदिर के पुजारी सचिन त्रिपाठी ने बताया कि धार्मिक दृष्टि से यह बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। रामायण काल से जुड़ा हुआ यह पुष्कर्णी सरोवर है। इसका कई धार्मिक ग्रंथो में भी वर्णन मिलता है।यहीं से वनवास काल के दौरान श्री राम गुजरे थे और यहां से 2 किलोमीटर दूर विराध कुंड है जहां भगवान श्री राम ने विराध जैसे राक्षस का वध किया था।और इसी सरोवर में अस्त्र-शस्त्र धोकर वह स्नान किए थे।
बता दे की वह दण्डक वन में रहने वाला एक राक्षस है।जिसने एक प्रकरण में कुछ समय के लिए सीता माता का अपहरण कर लिया था।उसको ब्रह्माजी से यह वर प्राप्त था कि किसी भी प्रकार का अस्त्र-शस्त्र न तो मेरी हत्या ही कर सकती है और न ही उनसे मेरे अंग छिन्न-भिन्न हो सकते हैं।तभी प्रभु श्री राम ने लक्ष्मण के साथ अपने शक्ति साली धनुष बाण से उसके साथ युद्ध किया और युद्ध में राक्षस को घायल करने के बाद दोनों भाइयों ने राक्षस को जमीन में गाढ़ दिया था।