वाशिंगटन। रूस में राष्ट्रपति चुनाव मार्च में होने जा रहे हैं। 17 मार्च को होने वाले मतदान से राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लंबे शासन को कम से कम 2030 तक बढ़ने की उम्मीद है। चुनाव में उन्हें किसी बड़ी चुनौती का सामना नहीं करना पड़ेगा। यह चुनाव रूस के यूक्रेन पर हमले शुरू करने के दो साल से अधिक समय बाद होने जा रहा है। रूस के राजदूत अनातोली एंटोनोव ने कहा कि अमेरिका में, हम तीन मतदान केंद्र खोलने की योजना बना रहे हैं। वाशिंगटन में हमारे दूतावास, साथ ही न्यूयॉर्क और ह्यूस्टन में वाणिज्य दूतावास में यह मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। अमेरिका ने मॉस्को की सेनाओं के खिलाफ यूक्रेन को हथियारबंद कर दिया है और पश्चिम ने मॉस्को पर भारी आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए हैं। रूस ने पिछले हफ्ते कहा था कि उसने अभी तक यह तय नहीं किया है कि वह यूरोप में मतदान केंद्र खोलेगा या नहीं। वहीं विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने पिछले हफ्ते कहा था कि हम देशों से सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनवरी के अंत तक निर्णय ले लिया जाएगा। मॉस्को से यूक्रेन में सेना भेजने के बाद हजारों रूसी अपना देश छोड़कर भाग गए हैं, जिनमें से कई यूरोपीय संघ के देशों में रह रहे हैं। बता दें कि मतदान इसलिए होगा क्योंकि रूस ने अपने यूक्रेन हमले की आलोचना पर प्रतिबंध लगा दिया है। पुतिन, पांचवें राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ेंगे, वह साल 2000 से सत्ता में हैं।

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