सियोल । उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने दक्षिण कोरिया को नक्शे से मिटा देने की धमकी दे डाली है। उनकी यह हरकत काफी चर्चा में हैं। इतना ही नहीं उन्होंने सोमवार को एक अलग देश के रूप में दक्षिण कोरिया की स्थिति को बदलने के लिए एक संवैधानिक संशोधन का आह्वान किया। हालांकि उन्होंने कहा कि उनका देश युद्ध नहीं चाहता है, लेकिन उसका इरादा इसे टालने का भी नहीं है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तर कोरिया की रबर-स्टैंप संसद, सुप्रीम पीपुल्स असेंबली में एक भाषण में किम ने कहा कि यह उनका अंतिम फैसला है कि दक्षिण के साथ एकीकरण अब संभव नहीं है। जबकि उन्होंने दक्षिण कोरिया पर शासन के पतन और अवशोषण द्वारा एकीकरण की मांग करने का आरोप लगाया। किम ने आगे कहा कि हम युद्ध नहीं चाहते लेकिन इसे टालने का हमारा कोई इरादा नहीं है। मीडिया रिपोर्ट में कहा कि एकीकरण और अंतर-कोरियाई पर्यटन से जुड़े तीन संगठन बंद हो जाएंगे। हालांकि यह कदम तब उठाया गया है जब कोरियाई प्रायद्वीप में हाल ही में मिसाइल परीक्षणों की एक श्रृंखला और प्योंगयांग द्वारा दशकों से चली आ रही नीति को तोड़ने और दक्षिण से अपने संबंध को बदलने के दबाव के कारण तनाव बढ़ गया है। जानकारों का मानना है कि उत्तर कोरिया का विदेश मंत्रालय दक्षिण कोरिया के साथ संबंधों को अपने हाथ में ले सकता है। वहीं विश्लेषकों ने कहा है कि उत्तर कोरिया का विदेश मंत्रालय सियोल के साथ संबंधों को अपने हाथ में ले सकता है, और संभावित रूप से भविष्य के युद्ध में दक्षिण कोरिया के खिलाफ परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को उचित ठहराने में मदद कर सकता है।