माँस विक्रेताओं और डीजे वालों के लिए वैकल्पिक व्यस्थाएं सुनिश्चित कराएं
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शहडोल में संभाग स्तरीय बैठक में कानून व्यवस्था की समीक्षा की
शहडोल : मुख्यमंत्री डॉ. मेाहन यादव ने कलेक्टरों को निर्देश दिए कि वे जेलों का सतत निरीक्षण करें और जेलों में अच्छी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराएं। जेलों में बंद बंदियों के पुर्नवास की व्यवस्था कराएं तथा आवश्यक होने पर उन्हें विधिक सहायता भी मुहैया कराएं। मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया है कि लगातार अपराध करने वाले अपराधियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई हो। मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज संभागीय मुख्यालय शहडोल में संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक में कानून व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में खुले में अवैध रूप से माँस के विक्रय पर प्रतिबंध के प्रयासों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नगर पालिकाएं माँस बेचने वालों के लिए वैकल्पिक व्यवस्थाएं कराएं तथा माँस बेचने के लिए उन्हें सुरक्षित स्थान उपलब्ध कराएं। मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए कि डीजे वालों का रोजगार प्रभावित न हो इसके भी प्रयास किये जाएं। बैठक में एडीजीपी डी.सी. सागर ने शहडोल संभाग में बेहतर कानून व्यवस्था कायम करने के लिए किए गए नवाचारों की जानकारी दी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सभी कलेक्टर विभागों का औचक निरीक्षण करें तथा विभागीय कार्यों में पारदर्शिता और दक्षता लाएं। उन्होंने निर्देशित किया कि औचक निरीक्षण के दौरान किसी को अनावश्यक परेशान न करें बल्कि अधिकारियों और कर्मचारियों को सकारात्मक और परिणाम मूलक कार्य करने के लिए प्रेरित करें। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि प्रदेश के जनजातीय बाहुल्य दूर-दराज के क्षेत्रों में अपराधों को रोकने के प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि आम लोगों के मन से पुलिस का डर निकलना चाहिए, इस दिशा में पुलिस विभाग के अधिकारी कर्मचारी सकारात्मक प्रयास करें। युवाओं से मिलकर सकारात्मक कार्य करने के लिए प्रेरित एवं प्रोत्साहित करें।
बैठक में मंत्री कुंवर विजय शाह, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कुटीर एवं ग्रामेाद्योग मंत्री दिलीप जायसवाल, सांसद हिमाद्री सिंह, अध्यक्ष महिला वित्त विकास निगम अमिता चपरा, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रभा मिश्रा, विधायक जयसिंह मरावी, मीना सिंह, सुश्री मनीषा सिंह, शिव नारायण सिंह शरद कोल, अपर मुख्य सचिव अशोक वर्णवाल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री राघवेन्द्र सिंह, कमिश्नर गोपालचंद्र डाड, वन संरक्षक शहडोल लखन सिह उईके सहित अन्य जन-प्रतिनिधि और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।