भुवनेश्वर। ओड‍िशा के जंगलों में ब्‍लैक टाइगर का कुनबा देखा गया है। जिसमें 3 टाइगर दिख रहे हैं। यह वीडियो भारतीय वन सेवा के अधिकारी सुशांत नंदा ने ट्विटर पर शेयर किया है जिसे देखकर लोग हैरान हैं। आईएफएस अफसर ने वीडियो के साथ कैप्‍शन ल‍िखा प्रकृति हमें आश्चर्यचकित करने में कभी फेल नहीं होती है। यह दुर्लभतम में से एक है।

 

ओडिशा के जंगलों से एक पूरा स्यूडो-मेलानस्टिक बाघ परिवार। ओडिशा के जंगल में पाए जाने वाले ये बाघ बेहद दुर्लभ हैं। कभी कभार में से एक नजर आ जाते थे लेकिन इस बार 3 बाघों का पूरा का पूरा पर‍िवार वीडियो में कैप्‍चर हुआ है। ये रॉयल बंगाल टाइगर फैमिली के सदस्‍य हैं और मेलेनिज्‍म के कारण काले बाघों पर बड़ी और गहरे रंग की धारियां होती हैं। यह एक दुर्लभ स्थिति है जो जानवरों में काला रंग पैदा करती है। इसी वजह से तमाम बाघों का रंग सफेद होता है। ये ज्‍यादातर अफ्रीकी इलाकों में पाए जाते हैं।

 

कुछ महीनों पहले चीन के वैज्ञान‍िकों ने सफेद बाघों पर रिसर्च की थी। पता चला क‍ि सफेद बाघ भी रॉयल बंगाल टाइगर फैमिली के ही सदस्‍य हैं, लेकिन अपने रंग के कारण दुर्लभ हो जाते हैं। पेकिंग विश्वविद्यालय के शु-जिन लुओ की टीम ने रिसर्च के बाद कहा, बाघों के रंग में ये परिवर्तन जीन की वजह से होता है। इंसानों, घोड़ों, मुर्गियों और मछलियों सहित अन्य जानवरों में भी ये जीन पाए जाते हैं इसल‍िए कई लोगों और जानवरों का रंग गोरा होता है। वैज्ञानिकों ने पाया कि यही जीन बाघों में लाल और पीले रंग के उत्‍पादन को रोकता है जिसकी वजह से बाघों का रंग कभी काला तो कभी सफेद हो जाता है।

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