तेल अवीव। हमास कमांडर और गाजा का बिन लादेन कह लाने वाले याह्या सिनवार के बारे में कुछ नए खुलासे हुए हैं। इजरायली शिन बेट खुफिया सर्विस ने कुछ दस्तावेजों को सामने रखा है, जिसमें सिनवार के 150 घंटे से अधिक की पूछताछ में स्वीकारे गए जुर्मों का खुलासा है। पूछताछ की गुप्त फाइलों से रोंगटे खड़े कर देने वाले विवरण का खुलासा हुआ है। इसमें सिनवार ने बताया है कि कैसे उसने कई फिलिस्तीनियों की हत्या की क्योंकि उसे इन पर गद्दारी का शक था। रिपोर्ट के मुताबिक, दस्तावेजों में सिनवार ने बताया है कि कैसे फिलिस्तीन में उसने हत्याएं की और फिर कैसे आतंक के रास्ते पर आगे बढ़ा। इतना ही नहीं याह्या ने एक व्यक्ति का दुपट्टे से गला घोंटने की बात कही है। एक अन्य हत्या में सिनवार ने हमास के एक आतंकवादी को अपने ही भाई को जिंदा दफनाने का आदेश दिया। इन दस्तावेजों से पता चलता है कि कैसे सिनवार हमास के संस्थापक शेख अहमद यासिन का भरोसेमंद डिप्टी बन गया था।
जिसकी 2004 में इजरायली हेलीकॉप्टर गनशिप हमले में हत्या कर दी गई थी। साल 1989 में यासिन के साथ पकड़े जाने पर शिन बेट से पूछताछ में सिनवार ने अपनी हत्याओं का विस्तृत विवरण दिया, ये भी बताया कि उसने अपने पीड़ितों के शवों को कहां फेंका और दफनाया था। सिनवार ने रस्मी सलीम नाम के एक फिलिस्तीनी पर बढ़ती निगरानी का वर्णन किया, जिसमें दावा किया गया था कि सलीम ने इस्लाम से मुंह मोड़ लिया है और अब इजरायल के साथ सहयोग कर रहा है। सिनवार ने कहा, हमने रस्मी से पूछताछ की तब उसने माना कि वह अबू रामी नाम के एक व्यक्ति के साथ इजरायली खुफिया विभाग के संपर्क में था। उसने स्वीकार किया कि वह अपनी दुकान पर लड़कियों को लाता था। इसके बाद हम रस्मी को खान यूनिस के कब्रिस्तान में ले गए, बिना बताए कि हम क्या करने जा रहे थे। मैंने उसकी आंखों को कपड़े से बांध दिया,उस एक बड़ी कब्र में डाल दिया और कपड़े से उसका दम घोंट दिया। उसका गला घोंटने के बाद, मैंने रस्मी को एक सफेद कपड़े में लपेटा और कब्र को बंद कर दिया।