मध्यप्रदेश ऑल ड्राइवर कल्याण संघ प्रदेश अध्यक्ष जीवन परिहार के निर्देशानुसार पर धार जिला ऑल चालक कल्याण संघ जिलाध्यक्ष महेश चन्द्रवंशी के नेतृत्व में किला मैदान से रैली निकालकर सैकड़ों ड्राइवर ने मोदी सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए त्रिमूर्ति चौराहे पहुचकर धार तहसीलदार महोदय को श्रीमान कलेक्टर महोदय को मोदी सरकार के द्वारा 2023 के लोकसभा सत्र में नया (काला) कानून बनाये जाने के खिलाफ ज्ञापन दिया जिसमें भारतीय ड्राइवर के द्वारा कही भी दुर्घटना होने पर 10 साल की सजा व 5 लाख रुपये जुर्माना का नियम लागू कर दिया हैं सरकार द्वारा अनुचित तरीके से भारत के 22 करोड़ चालकों के साथ अन्याय किया है भारत के सम्पूर्ण ड्राइवरों में इस कानून के खिलाफ भारी रोष और आक्रोश है। पिछले 77 सालों से भारतीय ड्राइवर को इंसाफ नहीं मिला और एक नया कानून बनाकर ड्राइवरों के ऊपर महापाप घोर अन्याय किया जा रहा है। पहले से भारतीय ड्राइवर पीड़ित दुखी लाचार शोषित और असहाय है। किसी भी सरकार व राजनीतिक दल पार्टी, एनजीओ संस्था ने आज तक उसका हाथ नहीं थामा। ऑल ड्राइवर कल्याण संघ के द्वारा प्रमुख 29 सूत्रीय मांगों पर अभी तक सरकार ने कोई इंसाफ नहीं किया सरकार ने ड्राइवर की जिंदगी पर कोई मंथन नहीं किया ड्राइवर किस हाल में रहते हैं, किस हाल में जीते हैं ड्राइवर का भविष्य कैसा है। उनकी परिस्थितियां कैसी है इसका चिंतन किसी ने नहीं किया। पहले से कानून बने हैं। वह ड्राइवर के लिए पर्याप्त है। यह कानून लाने से भारतीय ड्राइवर को इंसाफ नहीं मिलेगा सरकार का बनाया कानून उसको 10 साल की सजा देकर ड्राइवर के घर परिवार को आत्महत्या करने के लिए मजबूर करता है। 5000 से 10000 की सैलरी पाने वाला ड्राइवर एक दुर्घटना में 5 लाख रुपए का दण्ड कहां से जुटा पाएगा। ज्यादातर ड्राइवर किराए के घरों में रहते हैं। उनका अपना कुछ भी नहीं है। झुग्ग झोपड़ी में रहने वाले जिनके अपने घर हैं अगर उनको बेचकर जो जुर्माना वसूल किया गया तो उनके माथा पिता पत्नी बच्चे रोड पर आ जाएंगे और आत्महत्या करने को मजबूर हों जायेगे तो ऐसी मानसिकता वाली मोदी सरकार की ऑल ड्राइवर कल्याण संघ घोर निंदा करता है। और सरकार को सलाह देता है कि भारत के 22 करोड़ चालकों का जीवन उनके सपने उनके मौलिक अधिकारों को छीनने वाला और जीवन नष्ट करने वाला उनके घर परिवार को नर्क बनाने वाला यह काला कानून सरकार वापस ले । गंभीरता से सोच कर पहले वाले कानूनों को ईमानदारी और सुचारू रूप से लागू करवाए। सम्पूर्ण ड्राइवर के साथ इंसाफ करें। भारत सरकार ने जल्दबाजी में या आवेश भावना में आकर अपनी उपलब्धियां गिनवाने के लिए भारतीय ड्राइवर के साथ नाइंसाफी ना करें। अन्यथा भारत के 22 करोड़ चालकों का जन सैलाब सड़कों पर उतर कर भारत का सम्पूर्ण ड्राइवर चक्का जाम करेगा। इस अवसर पर ड्राइवर गब्बर मेहरा माल सिंह चौहान दिनेश रघुवंशी राधेश्याम चन्द्रवंशी दीपनारायण मिश्रा अर्जुन सोलंकी कान्हा सिसोदिया प्रितम सिंह गोविंद राकेश जितेंद्र जयराम परमार उक्त जानकारी राजेश सोलंकी दी।