नई दिल्ली। भारत का मोस्ट वांटेड आतंकी हाफिज सईद को भारत लाने के प्रयास एक बार फिर असफल हो गए है। भारत ने पाकिस्तान से अनुरोध किया था कि वो हाफिज सईद को भारत के हवाले कर दे। इस पर पाकिस्तान ने हाफिज का बचाव करते हुए साफ कह दिया है कि वो किसी भी सूरत में उसे भारत के हवाले नहीं करेंगा। इसकी वजह ये है कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय प्रत्यर्पण संधि नहीं है। पाकिस्तान ने हाफिज सईद को सौंपने से इनकार कर दिया। उसने भारत के रिक्वेस्ट को खारिज कर दिया है। पाकिस्तान ने कहा है कि वह हाफिज सईद को भारत के हवाले नहीं करेगा। भारत ने पाकिस्तान से 2008 मुबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के प्रत्यर्पण की मांग की थी। मगर पाकिस्तान ने भारत की इस मांग को ठुकरा दिया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने कहा कि भारतीय अधिकारियों की तरफ से पाकिस्तान को एक रिक्वेस्ट प्राप्त हुई है। इसमें तथाकथित मनी लॉन्ड्रिंग केस में हाफिज सईद के प्रत्यर्पण की मांग की गई है। मगर इसमें खास बात ये है कि पाकिस्तान और भारत के बीच कोई द्विपक्षीय प्रत्यर्पण संधि मौजूद नहीं है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हाफिज के प्रत्यर्पण के लिए कुछ डॉक्यूमेंट्स के साथ पिछले दिनों इस्लामाबाद को अनुरोध भेजा गया था। उन्होंने कहा कि वह भारत में कई मामलों में वांछित है।
उसे संयुक्त राष्ट्र ने भी आतंकी घोषित किया है। इस संबंध में हमने पाकिस्तान सरकार को उसे भारत प्रत्यर्पित करने का अनुरोध किया है।बागची ने आगे कहा कि भारत सईद की गतिविधियों के बारे में पाकिस्तान को हमेशा बताता रहा है। भारतीय उच्चायोग ने कुछ हफ्ते पहले पाकिस्तान सरकार को उसे भारत प्रत्यर्पित करने का अनुरोध सौंपा है। उन्होंने कहा कि हाफिज सईद कई आतंकी मामलों में भारतीय जांच एजेंसियों द्वारा वांछित है।लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद भारत का मोस्ट वांटेड आतंकी है। वह अमेरिका के आतंकी लिस्ट में शामिल है। मुंबई आतंकी हमले के आरोप में अमेरिका ने उस पर 10 मिलियन डॉलर का इनाम घोषित कर रखा है। भारत लगातार उसके खिलाफ कार्रवाई की अपील करता रहा है।