मुंबई। जोमैटो को डिलीवरी चार्जेज के रूप में जुटाए गए पैसे पर जीएसटी अधिकारियों से 400 करोड़ रुपए का कारण बताओ नोटिस मिलने के बाद जोमैटो के शेयर में 4 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आ गई। जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (डीजीजीआई) ने पिछले महीने ज़ोमैटो और उसके प्रतिद्वंद्वी स्विगी को एक डिमांड नोटिस जारी किया था, जिसमें उन्हें क्रमशः 400 करोड़ और 350 करोड़ रुपए से अधिक का पेंडिंग बकाया भुगतान करने के लिए कहा गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जोमैटो को कारण बताओ नोटिस 29 अक्टूबर, 2019 से 31 मार्च, 2022 के बीच की अवधि के लिए है।

 

जोमैटो ने कहा कि वहां कर का भुगतान करने के लिए उत्तरदायी नहीं है क्योंकि डिलीवरी चार्जेज डिलीवरी पार्टनर्स की ओर से कंपनी द्वारा एकत्र किया जाता है। एक नियामक फाइलिंग में, जोमैटो ने कहा कि नियमों और शर्तों के मद्देनजर, डिलीवरी पार्टनर्स ने कस्टमर्स को डिलीवरी सेवाएं प्रदान की हैं, न कि कंपनी को। जोमैटो ने कहा, कंपनी कारण बताओ नोटिस (एससीएन) का उचित जवाब दाखिल करेगी। कंपनी ने कहा, अभी तक किसी भी प्रकार का कोई आदेश पारित नहीं किया गया है और जैसा कि ऊपर बताया गया है, कंपनी का मानना है कि उसका केस मजबूत है।

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