दुबई। महादेव ऐप घोटाला मामले के मुख्य आरोपी सौरभ चंद्राकर को दुबई में हिरासत में लिया गया है। सूत्रों के मुताबिक, दुबई पुलिस ने सौरभ चंद्राकर को नजर बंद कर दिया है। दुबई में एक घर में उसे नजरबंद करके रखा गया है। सौरभ चंद्राकर के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। मुख्य आरोपी सौरभ के खिलाफ इंटरपोल ने एजेंसी (ईडी) की गुजारिश पर रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया हुआ है। ईडी के मुताबिक, सौरभ चंद्राकर और एक अन्य प्रमोटर रवि उप्पल यूएई में एक सेंट्रलाइज्ड ऑफिस से महादेव सट्टेबाजी ऐप को ऑपरेट कर रहे थे। इसके साथ ही मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला लेनदेन का काम भी किया जा रहा था।
जांच एजेंसी के मुताबित करीब 6000 करोड़ का यह घोटाला है। बता दें कि ईडी के अनुरोध पर इंटरपोल ने आरोपियों के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। ईडी ने महादेव ऐप को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया है। ईडी के मुताबिक, महादेव ऐप को ऑपरेट करने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल पाकिस्तान में डी-कंपनी का सहयोग कर रहे थे। जांच में ये भी खुलासा हुआ है कि डी कंपनी के इशारे पर सौरभ चंद्राकर ने ऐप को संचालित करने के लिए दाऊद इब्राहिम के भाई मुस्तकीम इब्राहिम कासकर के साथ साझेदारी की और इस ऐप को बनाया था।
भारत सरकार ने महादेव बुक सहित 22 अवैध सट्टेबाजी ऐप्स और वेबसाइटों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी। सरकार ने इन सभी ऐप्स और वेबसाइटों को ब्लॉक कर दिया था। ईडी की तरफ से किए गए रिक्वेस्ट के बाद केंद्र सरकार की तरफ से यह कार्रवाई की गई थी। ईडी ने अपनी जांच में इन ऐप के संचालन को गैरकानूनी बताया था। बता दें कि महादेव ऐप से कुछ ही महीनों में देशभर से 12 लाख से ज्यादा लोग जुड़ गए थे। इसके जरिए क्रिकेट से लेकर चुनाव तक में सट्टा लगाने के लिए लोग इस ऐप का इस्तेमाल करने लगे थे। इस घोटाले में बॉलीवुड की बड़ी हस्तियों का नाम भी सामने आया था। कई लोगों को इसको लेकर समन भेजा गया था।