जम्मू/पुंछ। 21 दिसंबर को पुंछ में हुए आतंकी हमले में शामिल दहशतगर्दों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के बीच सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे सोमवार को ग्राउंड जीरो पहुंचे और जमीनी हकीकत जानी। उन्होंने सैन्य अधिकारियों से कहा कि आतंकियों के खात्मे के लिए पेशेवर तरीके से पूरी मजबूती से अभियान चलाएं। इस बीच राजोरी-पुंछ के जंगलों में आतंकियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, जनरल पांडे देहरा की गली भी पहुंचे। यहीं पर आतंकियों ने सैन्यकर्मियों पर घात लगाकर हमला किया था। उन्होंने सुरनकोट व राजोरी के थानामंडी का दौरा भी किया। थानामंडी के जंगलों में पांच दिन से आतंकियों के खिलाफ अभियान चल रहा है। उन्होंने कायरतापूर्ण हमले में शामिल आतंकियों पर कार्रवाई को लेकर शीर्ष सैन्य अफसरों के साथ बैठक की। जनरल पांडे ने उन्हें पूरी मजबूती से अभियान चलाने का निर्देश दिया। उधर, उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, जम्मू स्थित व्हाइट नाइट कोर के जनरल आफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल संदीप जैन समेत प्रशासन और पुलिस के बड़े अधिकारी राजोरी में कैंप कर रहे हैं।
पुंछ में आतंकी हमले के बाद पूछताछ के लिए उठाए गए तीन नागरिकों की मौत पर सेना ने कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी शुरू कर दी है। आरोप है कि हिरासत में यातना के कारण उनकी मौत हुई है। सेना ने घटना को गंभीरता से लेते हुए एक ब्रिगेडियर का तबादला कर दिया है। 48 राष्ट्रीय राइफल्स के तीन अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। जनरल पांडे ने जांच पारदर्शी तरीके से करने को कहा है। एहतियात के तौर पर पुंछ व राजौरी जिलों में सोमवार को तीसरे दिन भी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद रहीं ताकि अफवाहों की वजह से कोई अप्रिय वारदात ने हो सके। तीन नागरिकों की मौत के बाद आक्रोश बढ़ने को देखते हुए शनिवार तड़के ही इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं थीं। सेना प्रमुख ने राजोरी स्थित 25 इन्फैंट्री डिवीजन मुख्यालय में सैन्य कमांडरों के साथ सुरक्षा हालात पर व्यापक चर्चा की। कमांडरों ने उन्हें समग्र सुरक्षा स्थिति के बारे में जानकारी दी। साथ ही हालिया आतंकी हमलों और उसके बाद चलाए गए अभियान के बारे में भी बताया।